जलता हिन्दुस्तान
योगी नहीं सन्त नहीं लिप्साओं का अन्त नहीं चहुंओर मौत का ताण्डव, दुर्योधन का वध कैसे कोई नहीं है जब पाण्डव। मौत के सन्नाटे में कैसी आस परिवर्तित हुआ जीवन परिदृश्य वाह- कैसा है यह मंजर, छाती, पीठ, पेट में धंसे हुए खंजर।। किसके हैं ये अस्त्र/शस्त्र अपनों के और किसके? ÛÛÛÛÛÛÛÛÛÛÛÛ चुप हो जा- … Read more