सर का शौर्य, साहब का शोक….!!

-तारकेश कुमार ओझा- आज का अखबार पढ़ा तो दो परस्पर विरोधाभासी खबरें मानों एक दूसरे को मुंह चिढ़ा रही थी। पहली खबर में एक बड़ा राजनेता अपनी बिरादरी का दुख – दर्द बयां कर रहा था। उसे दुख था कि जनता के लिए रात – दिन खटने वाले राजनेताओं को लोग धूर्त और बेईमान समझते … Read more

युवा कवयित्री भारती चंदवानी की ताजा रचना

सूरज चला आता है भीतर छत पर से उतरकर बालकनी के रास्ते से फिसलता हुआ सीढ़ियों की रेलिंग से,नुक्का-छिपी से करता है प्रवेश,कमरे में वैसे ही जैसे तड़के दोपहरी उतर आता है शरारती लड़का, पड़ोस का,मुंडेर पर लेने कोई अटकी पतंग या फिर ऊंघती गेंद… जिद्दी सूरज अपने तेज से नाचता है पूरे कमरे में … Read more

भारत में क्यों बदल गए हैं? आजादी के मायने

स्वतंत्रता दिवस पर हवा में लहराता झंडा हमें स्वतंत्र भारत का नागरिक होने का अहसास कराता है। देश के युवा, बच्चे और बुजुर्ग पतंगें उड़ा कर आजादी का जश्न मनाते हैं। हवा में लहराती पतंगें संदेश देती हैं कि हम आजाद देश के निवासी हैं। पर क्या तिरंगा फहराकर या पतंग उड़ाकर आजादी का अहसास … Read more

क्या देश की प्रगति में कांग्रेस बाधक है ?

संसद में (दोनोंसदनों में ) मानसून सत्र में जो कुछ भी हुआ हम उससे संतुष्ठ नहीं है क्योंकि न तो विपक्ष अपनी मांग से पीछे हठ रहा था और न ही सत्तापक्ष विपक्ष की किसी बात को मानने को तैयार था ! कोई भी पक्ष अपने इरादों से एक कदम भी पीछे हटने को तैयार … Read more

सामाजिक हादसा !

पारिवारिक मामलों का जिक्र सार्वजनिक तौर पर नहीं होना चाहिए और शादी-ब्याह के मुकदमों की सार्वजनिक चर्चा खासकर उनके प्रकाशन पर रोक भी है परंतु यह समाज में आई विसंगति या कहें विद्रूपता का एक ऐसा जीवंत उदाहरण है कि जिक्र किए बगैर रहा भी नहीं जा सकता। पिछले दिनों एक पति-पत्नी अदालत की दहलीज … Read more

वट वृक्ष से लेकर रेंड़ तक लहलहा रहे हैं फेसबुक जंगल में

-रीता विश्वकर्मा- जब कोई मेच्योर वैज्ञानिक किसी चीज का इजाद करता है तब वह विश्व के कल्याण की परिकल्पना करके ही ‘स्टेप्स’ उठाता है। हालाँकि सभीं वस्तु के दो पहलू होते हैं, इसी तरह हर इजाद की गई चीज सकारात्मक एवं नकारात्मक दोनों परिणाम देती है। सिक्के के दो पहलू- हेड (सिरा) और टेल (पृष्ठ … Read more

आखिर क्यों आँखे दिखा रहा है पकिस्तान

यूँ तो पिछले 26 वर्षों से पकिस्तान अपनी बदमाशियों से बाज ही नहीं आ रहा है और इन 26 वर्षो में कुछ सरकारी आंकड़ो के अनुसार 48 हजार से अधिक जाने गवां चुके है लोग जिसमे से 22 हजार भारतीय (फौजी और सिविलियन) तथा 26 हजार पाकिस्तानी फौजी और घुसपैठिये थे ! बार्डर पर पकिस्तान … Read more

सुरेश जांगिड़ उदय की हिंदी रचना का देवी नागरानी द्वारा सिंधी अनुवाद

मूल: सुरेश जांगिड़ उदय मानसिकता देश जब ग़ुलाम था, तब मेरे पिता मुझे पढ़ाया करते थे— क से कबूतर- ख से खरगोश- अब देश आज़ाद है। मैं अपने बेटे को पढ़ाता हूँ— ए फॉर एप्पल- बी फॉर बैट – पता: डी. सी. निवास के सामने, करनाल रोड, कैथल, Ph: 09215897365 सिन्धी अनुवाद: देवी नागरानी मानसिकता … Read more

चर्चा से भागती कांग्रेस पार्टी

पिछले दिनों प्ले कार्ड और काली पट्टी को लेकर लोकसभा स्पीकर ने कांग्रेस के 25 सांसदों को निलंबित कर दिया। निलंबन के विरोध में कांग्रेस पार्टी हर दिन संसद मैं गांधी प्रतिमा के सामने धरना दे रही है। सोनिया और राहुल गांधी स्पीकर के फैंसले को लोकतंत्र कि हत्या बता रहे हैं। क्या स्पीकर का … Read more

याकूब के समर्थकों को आतंकी नावेद की पैरवी अभी से शुरू कर देनी चाहिए

मुंबई हमले के आरोपी याकूब मेनन को जब फांसी दी गई थी, तब स्वयं को देश के सबसे बड़े बुद्धिजीवी समझने वाले चालीस से भी ज्यादा भारतीयों ने राष्ट्रपति को पत्र लिख कर याकूब की सजा को माफ करने की अपील की थी। ऐसे सभी बुद्धिजीवियों को चाहिए, वे 5 अगस्त को पकड़े गए पाक … Read more

सकारात्मक सोच

सकारात्मक सोच का अर्थ:——- विपरीत परिस्थिती में भी अपने मन की शांति एवं धीरज को बनाये रखने की क्षमता को ही सकारात्मक सोच कहते हैं | मनोवैज्ञानिकों की दृष्टि में सकारात्मक सोच वह है जो वास्तविकता में दूसरों के व्यवहारों के फलस्वरूप उत्पन्न होने वाली सम्भावित ग़लत सोच को मन में आने ही नहीं देती … Read more

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