ये प्रणब दा नहीं, राष्ट्रपति हैं
राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने इस बार गणतंत्र-दिवस पर राष्ट्र के नाम जो संदेश दिया है, वह अपने आप में असाधारण है। प्रायः राष्ट्रपति अपने मंत्रिमंडल द्वारा प्रस्तावित और अफसरों द्वारा लिखा हुआ भाषण पढ़ देते हैं। न तो उसे कोई रस लेकर पढ़ता है, न सुनता है और न ही छापता है लेकिन इस बार प्रणब दा … Read more