लिटरेचर फेस्टिवल को चर्चित कर गए वैदिक

ved pratap vaidikजिस बात की आशंका थी, वही हुआ। हालांकि आयोजकों ने तो पूरा ख्याल रखा कि कोई विवाद न हो, मगर आखिरी दिन सुपरिचित पत्रकार वेद प्रताप वैदिक ने विवादित बयान जारी कर आयोजन को चर्चा में ला दिया। चर्चा चल रही है अजमेर में आयोजित लिटरेचर फेस्टिवल की। इसके आयोजक प्रसिद्ध व्यंग्य कवि रास बिहारी गौड़ ने इस बात का पूरा ध्यान रखा कि जयपुर की तरह किसी तरह का विवाद न हो। उन्हें सफलता भी मिली। सारे सत्र शांतिपूर्वक संपन्न हुए। मगर अपनी आदत से मजबूर और विशेष से हाफिज सईद से मिलने के बाद 56 इंच चौड़ा सीना लिए घूम रहे वैदिक ने एक ऐसा विवादित बयान दिया कि फेस्टिवल चर्चा में आ गया। हालांकि उनके बयान का इस आयोजन से कोई लेना देना नहीं, मगर चूंकि इसी मौके पर आ कर वे अजमेर में पत्रकारों से बोले तो चर्चा होनी ही थी।
दरअसल, कुछ पत्रकारों ने उन्हें बताया कि मुंबई हमलों के मास्टरमाइंड हाफिज सईद से पाकिस्तान में मुलाकात को लेकर दो सासंद उनकी गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं और उनके खिलाफ देशद्रोह का मुकदमा चलाना चाहते हैं। इस पर उन्होंने कहा कि जिसे मैंने सत्य समझा है, उसके लिए मैं लड़ा हूं। कभी डरा नहीं हूं, किसी के सामने कोई समझौता मैंने नहीं किया है। जब मुझे किसी ने कहा कि संसद में दो सांसदों ने मेरी गिरफ्तारी की मांग की तो मैंने कहा कि दो नहीं 100 भी नहीं, 543 सांसद भी अगर सर्वकुमति से मेरी गिरफ्तारी का प्रस्ताव पारित करें और कहें कि डॉक्टर वैदिक को फांसी पर चढ़ाओ तो मैं उस पूरी संसद पर थूकता हूं। मैं उनसे कहूं कि वे चूल्हे में जाएं, वे मूर्ख और बुद्धिहीन हैं। मैं उनकी बात को नहीं मानता।
वैदिक ने कहा कि यदि सरकार उन्हें जेल भेजना चाहती है तो वह तिहाड़ में अपने बगल में पूर्व पीएम मनमोहन सिंह को देखना चाहेंगे, क्योंकि उन्होंने पाकिस्तान के राष्ट्रपति जनरल मुशर्रफ से बातचीत की थी, जो कि कारगिल में सैकड़ों जवानों की हत्या के दोषी माने जाते हैं। वैदिक ने कहा, पाक आतंकी हाफिज सईद से सौ गुना ज्यादा खतरनाक परवेज मुशर्रफ है। भारत द्वारा कई बार शांति वार्ता के बाद भी मुशर्रफ ने देश को नुकसान ही पहुंचाया था। मैं कहना चाहता हूं कि मेरे साथ पूर्व पीएम मनमोहन को भी जेल में डाल दो। उन्होंने भी तो परवेज मुशर्रफ से बात की थी।
वैदिक ने कहा कि मैं हाफिज से मिला, प्रभाकरन से मिला और देशद्रोह फैलाने वाले न जाने कैसे-कैसे लोगों से मिला। मैं ऐसे तमाम लोगों से मिलना चाहूंगा जो भारत विरोधी हैं। ऐसी सोच का जन्म कहां से हुआ, यह उनसे बातचीत करके ही तो जाना जा सकता है। गौरतलब है कि बीती 2 जुलाई को पाकिस्तान के लाहौर में वैदिक ने हाफिज सईद से मुलाकात की थी जिसे लेकर उनकी तीखी आलोचना हुई थी।

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