विभागों में देवनानी का पलड़ा भारी

वासुदेव देवनानी
वासुदेव देवनानी

अजमेर, (एस.पी. मित्तल): अजमेर शहर के दोनों भाजपा विधायक वासुदेव देवनानी और श्रीमती अनिता भदेल को 27 अक्टूबर को जब स्वतंत्र प्रभार के मंत्री की शपथ दिलाई गई, तब राजनीतिक क्ष्ेात्रों में यह माना गया कि शहर में सत्ता के संतुलन को बनाए रखा गया है। लेकिन अब जब मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने मंत्रियों के बीच विभागों का बंटवारा किया, तब श्रीमती भदेल के मुकाबले देवनानी का पलड़ा भारी नजर आ रहा है।
मुख्यमंत्री ने 28 अक्टूबर को नए मंत्रियों के विभागों की जो घोषणा की उसमें देवनानी को प्राथमिक और माध्यमिक शिक्षा का विभाग दिया गया, जबकि श्रीमती भदेल को महिला एवं बाल विकास विभाग की जिम्मेदारी दी गई है। देवनानी पूर्व में भी शिक्षा विभाग के राज्यमंत्री रह चुके हैं। लेकिन तब उन्हें स्वतंत्र प्रभार नहीं मिला था। उस समय के शिक्षामंत्री घनश्याम तिवाड़ी के व्यवहार को लेकर भी देवनानी ने मुख्यमंत्री से शिकायत की थी। लेकिन इस बार देवनानी को स्वतंत्र रूप से प्राथमिक और माध्यमिक शिक्षा की जिम्मेदारी मिली है। श्रीमती भदेल पहली बार मंत्री बनी हैं और उनके लिए यही सफलता है कि वे पहली बार में ही स्वतंत्र प्रभार की मंत्री हैं। भले ही शिक्षा विभाग के मुकाबले महिला एवं बाल विकास विभाग कमजोर माना जाता हो।
दोनों के लिए चुनौती
शहर के दोनों मंत्रियों के लिए अपने-अपने विभागों में काम करना चुनौतीपूर्ण है। देवनानी को अब पहली कक्षा से लेकर माध्यमिक स्तर तक के शिक्षकों और शिक्षा प्रणाली से जूझना होगा। विभाग में शिक्षकों के तबादले सबसे बड़ी समस्या है। देवनानी राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की पृष्ठभूमि के रहे हैं। इसलिए शिक्षा विभाग का महत्त्व और बढ़ गया है। संघ की रुचि भी शिक्षा के क्षेत्र में ही है। संघ के शिक्षण संस्थान प्रदेशभर में संचालित हैं।
श्रीमती भदेल के लिए भी महिला एवं बाल विकास का विभाग चुनौतीपूर्ण है। क्योंकिमहिलाओं पर अत्याचार और बाल श्रम की सामाजिक बुराई बढ़ती ही जा रही है। श्रीमती भदेल स्वयं भी पिछड़े वर्ग से संबंध रखती हैं। राजनीतिक में आने से पहले श्रीमती भदेल संघ द्वारा संचालित एकल शिक्षा में अध्यापिका थी।
सीएम के भरोसे पर खरा उतरेंगे

एस.पी.मित्तल
एस.पी.मित्तल

स्वतंत्र प्रभार के विभाग मिलने के बाद वासुदेव देवनानी और श्रीमती अनिता भदेल ने कहा कि मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने जो भरोसा दिलाया है, उस पर खरा उतरेंगे। देवनानी ने कहा कि शिक्षा विभाग एक बहुत ही महत्त्वपूर्ण विभाग है और इससे प्रदेश का आम व्यक्ति जुड़ा हुआ है और उनका प्रयास होगा कि प्रदेश में शिक्षा के स्तर को सुधारा जाए। देवनानी ने कहा कि राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष के पद पर भी शीघ्र नियुक्ति की जाएगी। एक शिक्षाविद् होने के नाते वे स्वयं भी बोर्ड के कामकाज पर नजर रखेंगे। बोर्ड की परीक्षाएं निष्पक्षता के साथ सही समय पर हो, इसका भी ख्याल रखा जाएगा। वहीं श्रीमती भदेल ने कहा कि अब महिला अत्याचारों के मामले को गंभीरता के साथ लिया जाएगा। महिलाओं खासकर ग्रामीण महिलाओं के विकास के लिए सरकार ने अनेक योजनाएं चला रखी है। उनका प्रयास होगा कि इन योजनाओं का आम महिलाओं को अधिक से अधिक लाभ मिले।

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