अजमेर की कलेक्टर डॉ. आरुषि मलिक के फरमान से 31 मार्च को जिला मुख्यालय के अधिकांश अधिकारी परेशान रहे। वित्तीय वर्ष का अंतिम दिन होने की वजह से सभी अधिकारी अपने-अपने विभागों में बैठकर बजट राशि को निपटाने में लगे हुए थे, लेकिन इस बीच कलेक्टर का फरमान अधिकारियों को मिल गया। इस फरमान में सभी विभागाध्यक्षों को सायं 4 बजे कलेक्ट्रेट में बुला लिया गया, चूंकि कलेक्टर को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से राज्य सरकार के उच्च अधिकारियों के सवालों का जवाब देना था। इसलिए कलेक्टर ने विभागों के अधिकारियों को भी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में उपस्थित रहने के लिए पाबंद किया। कलेक्टर के इस फरमान से अफसरों खास कर राजस्व वसूली वाले अफसरों को परेशानी का सामना करना पड़ा। माह का अंतिम दिन होने की वजह से सेवानिवृत्त होने वाले कर्मचारियों के समारोह में भी बड़े अधिकारी भाग नहीं ले सके। अफसरों को चाहे कितनी भी परेशानी हुई हो, लेनिक किसी भी अधिकारी ने कलेक्टर के समक्ष अपनी परेशानी रखने की हिम्मत नहीं दिखाई।
(एस.पी. मित्तल)(spmittal.blogspot.in) M-09829071511