15 लाख रुपए की रिश्वत के आरोप में गिरफ्तार जोधपुर के चीफ इनकम टैक्स कमिश्नर पवन शर्मा ने रिमांड के दौरान सीबीआई को जो जानकारी दी है, उससे अजमेर के कारोबारियों में हड़कंप मचा हुआ हंै। पवन शर्मा अजमेर के रहने वाले हैं और माना जा रहा है कि उन्होंने आयकर विभाग में रहते हुए जो काली कमाई एकत्रित की उसे अजमेर के प्रमुख कारोबारियों के माध्यम से नियोजित किया है। सीबीआई ने शर्मा की सम्पत्ति का 400 करोड़ रुपए का आंकलन किया है। शर्मा 9 अप्रैल तक सीबीआई के रिमांड पर है। रिमांड के दौरान शर्मा जो जानकारी दे रहे, वह चौंकाने वाली है। शर्मा ने अजेमर के उन कारोबारियों के नाम बताए हैं, जिनके माध्यम से करोड़ों रुपए नियोजित किए हैं। रामनगर में दो आलीशान बंगलों के निर्माण में तो कई करोड़ रुपए खर्च किए ही गए, साथ ही पुष्कर रोड पर रीजनल कॉलेज के निकट एक कॉमर्शियल भूखंड में भी कई करोड़ रुपए का निवेश किया हैं। इसी प्रकार पुष्कर के निकट फार्म हाऊस और जयपुर में जमीनें खरीदने के मामले भी सामने आए हैं। अजमेर और जयपुर में जमीनों का कारोबार करने वाले लोगों को इस बात का डर सता रहा है कि कहीं सीबीआई उनसे भी पूछताछ नहीं कर लें। ऐसे अनेक कारोबारी हैं जो शर्मा के पारिवारिक मित्र हैं।
यही वजह है कि अब सीबीआई शर्मा के कार्यकाल में फाइलों की भी जांच कर रही है। अजमेर में रेडीमेड कपड़ों का शोरूम चलाने वाले का नाम सामने आ रहा है। इसी प्रकार प्लास्टिक के फर्नीचर से जुड़े कारोबारी का नाम भी पवन शर्मा ने पूछताछ में उगला है। सीबीआई को लगता है कि आयकर कारोबारियों की मिली भगत से ही बड़े पैमाने पर रिश्वतखोरी का काम हुआ है। गिरफ्तारी के बाद पवन शर्मा और आयकर अधिकारी शैलेन्द्र भंडारी को 4 अप्रैल को अदालत में पेश किया गया, लेकिन अदालत के समक्ष सीबीआई ने जो महत्त्वपूर्ण जानकारी रखी उसमें दोनों अधिकारियों को 9 अप्रैल तक के लिए एक बार फिर रिमांड पर भेज दिया गया। सीबीआई को लगता है कि पवन शर्मा जो जानकारी दे रहे है, उससे रिश्वतखोरी का एक बड़ा रैकेट उजागर हो सकता है।
(एस.पी. मित्तल)(spmittal.blogspot.in) M-09829071511