पुष्कर के भोले भाले युवाओ को करोडो का फटका लगाकर एक और नटवरलाल पुष्कर से रुखसत हो गया ।पुलिस इमदाद में आज इसयुवक के परिवार ने जैन मंदिर स्तिथ अपने आवास को खाली कर दिया ।हलाकि इस बीच पैसे मांगने वाले कुछ युवको ने जैन के परिवार को काफी खरी खोटी सुनाई लेकिन परिवार पर कोई असर नहीं हुआ ।इसके साथ ही जैन के पास निवेश करने वाले सेकड़ो युवको की अंतिम उम्मीद भी टूट गई ।
यहाँ पर यह जानना बहुत जरुरी है की आखिर किस तरह एक थडी लगाने वाले युवक ने इतनी जल्दी इतना बड़ा आथिक स्कंडल केसे किया और किस तरह इस युवक ने लोगो को अपने जाल में फसाया ।करीब दस साल पहले जैन मंदिर के मालिक ने एक गरीब परिवार को पेट पालने के लिए मंदिर में बतोर व्यवस्थापक रखा था ।इस परिवार के ही एक युवक ने मंदिर के सामने चश्मे की दुकान खोलकर परिवार की आय में इजाफा करने की कोशिश की ।देखते ही देखते जल्दी पैसा कमाने के चक्कर में इस युवक ने पुष्कर में अपना जाल बिछाना शुरू किया ।
लोगो से पैसे ब्याज पर उधार लिए और उची ब्याज दर के साथ लोगो को समय से पहले ही उधार लोटानी शुरू कर दी ।अचानक ही लोगो के मन में अपनी इमेज और गुडविल का ऐसा जाल बुना की लोग अपने परिवार और दोस्तों को बिना बताये ही इसको बड़ी रकम उधार देने लगे ।इसने भी शातिराना अंदाज में लोगो को तय समय से पहले भुगतान किया ।फिर क्या था लोगो में इस युवक को ब्याज पर पैसा देने की होड़ सी मच गई ।कई लोग समजते रहे की युवक जमीनों का कारोबार करता है तो कई लोगो को भ्रान्ति हो गई की यह युवक कोई और बड़ा कारोबार कर रहा था जबकि हकीकत क्या है किसी ने जानने की कौसिश नहीं की ।एक अच्छी इमेज वाले वाले लोगो को थोडा सा पैसा उधार देने में लोग चेक ,सोना और जमीन के कागजात बतोर जमानत मांगते है और उस पर भी किसी अन्य व्यक्ति की गारंटी भी लेकिन इस युवक पर लोगो ने जल्दी पैसा कमाने के चक्कर में आख बंद करके विश्वास किया और आख़िरकार वह दिन आ ही गया जिसकी आशका सभी को कुछ समय से होने लगी थी ।समय के साथ साथ इस युवक पर कर्ज बढ़ता गया ।संकट से निकलने के लिए इस युवक ने एक और चाल चली ।इसने 100से लेकर 150लोगो की एक हजार प्रति माह की एक सोसायटी शुरू की ।नियमो के अनुसार प्रतेक को 20महीनो तक 1000जमा कराना था और हर महीने एक लकी विजेता को सीधे 20000मिल जाते और बाकी किस्त माफ़ ।इस योजना में भी लोगो ने इस तरह नाम लिखवाए मानो सरकार की तरफ से कोई मुफ्त योजना चालू की गई हो ।सब कुछ ठीक ठाक चल रहा था लोगो को लगने लगा की इस युवक की नियत साफ है और वह सबका पैसा लोतएगा लेकिन इसी बिच बार बार युवक के गायब होंने से सोसायटी से लोगो का विस्वाश डगमगाने लगा और किस्ते बंद होने लग गई ।दूसरी तरफ जिन लोगो से बड़ी रकम उधार ली थी उनोहने दवाब बनाना शुरू कर दिया ।अब इस युवक ने लोगो को चेक सहित दुसरे तरह से मनाने का प्रयास किया जब बात नहीं बनती दिखी तो आख़िरकार पुष्कर को अलविदा कह दिया ।अब लोगो की स्तिथि यह है की कानून के भय से ना तो उगलते बन रहा और ना निगलते ।शायद इसी कारन कहावत चरितार्थ होती है की लोभ कटाए गला ।वास्तव में यह अपने आप में इस तरह का पहला मामला नहीं है इससे पहले भी लोभ में पुष्कर के लोगो ने अपनों से ज्यादा परायो पर विस्वाश किया और उन परायो ने बाबा जी का ठुल्लू हाथ में पकड़कर पुष्कर को अलविदा कह दिया ।वेसे भी जिस तरह पुष्कर में आर्थिक सुनामी के मामले बढ़ रहे उससे भविष्य में इस तरह के और भी मामले सामने आ सकते है ।आप होशियार रहे कही कोई और ठग आपकी मेहनत की कमाई को ना ले उड़े ।थोड़ी खाए सकून से आपका कही आपके परिवार की खुशियों पर कोई ग्रहण ना लगा दे ।
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