अजमेर में 4 महिने से संभागीय आयुक्‍त की कमी

unnown personअजमेर संभाग को संभागीय आयुक्त की कमी खल रही है.
संभाग को उस प्रशासनिक फेरबदल का इंतजार है, जिससे संभाग को संभागीय आयुक्त मिल सके. पूर्व संभागीय आयुक्त धर्मेंद्र भटनागर पिछले साल 30 सितंबर को सेवानिवृत हुए थे. उसके बाद से चार महीने हो गए यह पद खाली है और इसका अतिरिक्त भार जिला कलेक्टर डॉ. आरूषि ए. मलिक के पास है. इससे उनके कामकाज पर भी बोझ आना स्वाभाविक है.
पूर्व संभागीय आयुक्त धर्मेंद्र भटनागर के पूरे प्रयास थे कि अजमेर स्मार्ट सिटी बने, इसके लिए उन्‍होंने कई प्रयास किए, लेकिन उनकी सेवानिवृति के बाद प्रशासन ने इस ओर ज्यादा गंभीर नजर नहीं आया. सारा बोझ नगर निगम पर डाल दिया गया, नतीजा रहा कि प्रथम बीस शहरों में अजमेर का नाम नहीं आ सका, जबकि सबसे पहले अजमेर का नाम ही स्मार्ट सिटी के लिए सबसे आगे आया था.
पहले 20 स्‍मार्ट शहरों में नाम नहीं आने पर अब संभागीय आयुक्‍त नियुक्‍त करने की मांग जोर पकड़ने लगी है. ताकि आगामी केंद्र और राज्‍य बजट में अजमेर से जुड़े हित प्रभावित नहीं हो. अजमेर जिले से जुड़ी मांगे उचित माध्‍यम से केंद्र और राज्‍य सरकार तक पहुंचे सकें.
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