देश में दीपावली और शहीद के घर शोक

निंबसिंह रावत के परिवार में मायूसी

zzएक ओर देश में दीपावली का उत्साह है वहीं दूसरी ओर शहीद परिवार में मायूसी छाई है। महापर्व के मौके पर सुमित सारस्वत ने उरी के आतंकी हमले में शहीद हुए राजस्थान के निंबसिंह रावत के गांव राजवा पहुंचकर बांटा शहीद परिवार का दर्द…
*राजवा (राजसमंद)।* देश में दीपावली के दीप जगमगा रहे हैं और शहीद निंबसिंह रावत के परिवार में शोक का अंधेरा छाया है। बेटी को इंतजार था कि हर साल की तरह इस साल भी पापा दीपावली पर उपहार लेकर आएंगे और हमारे साथ खुशियां मनाएंगे मगर आतंकियों ने इस बेटी के सपनों का दीप बुझा दिया। गांव के सारे बच्चे उत्साह के साथ दीपावली की खुशियां मना रहे हैं और उदास बैठी दीपा अपने पिता की तस्वीर को निहारते हुए बीते दिनों को याद कर रही है। वो दर्दभरे शब्दों में बोली, ‘पापा हर साल हमारे साथ दीपावली मनाने आते थे। नए कपड़े और पटाखे भी लाते थे। इस साल दीपावली पर पापा नहीं आएंगे। गांव के सारे बच्चे अपने पापा के साथ खुशियां मनाएंगे मगर मेरे पापा अब कभी नहीं आएंगे। वो हमें छोड़कर चले गए। मुझे बुरा लग रहा है।’

*मां के आंसू पोंछ रहा मासूम*

zzzखुशियों भरे त्यौहार की रौनक के बीच शहीद परिवार में गमगीन माहौल है। निंबसिंह की पत्नी रोड़ी देवी की आंखों में पानी है। वह अपने पति को याद करते हुए दिन-रात आंसू बहा रही है। दीपावली का जिक्र आते ही पति को याद करते हुए फूट-फूट कर रो पड़ी। इन्हें देखकर परिवार के अन्य सदस्यों की भी आंखें भर आई। महिलाओं ने भीगी पलकों के साथ रोड़ी को सांत्वना देकर गले लगाया। मासूम-सा बेटा चंदन भी पास आकर मां के आंसू पोंछने लगा। भावुकता से भरे इस दृश्य के बीच शहीद के बड़े भाई रासूसिंह ने बताया कि निंबसिंह जब छुट्टियों में घर आया था तब वादा करके गया था कि दीपावली पर वापस घर आऊंगा मगर दीपावली आने से पहले ही भारत माता की रक्षा करते हुए शहीद हो गया। हर साल पूरा परिवार साथ मिलकर दीपावली मनाता था। अब हमारी दीपावली सूनी रहेगी।

-सुमित सारस्वत ‘SP’, सामाजिक विचारक, मो.09462737273

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