अलग अलग मायने दीवाली की खुशियों के

zzzरैगपिकर रतन के लिए दीवाली के पहले की सफाई काफी खुशियां ले के आती है । बड़ा प्लास्टिक का बोरा लिए सुबह सुबह कचरा बीनते हुए वह मुझे अक्सर मिल जाता है और गर्मजोशी से नमस्ते कह स्वाभिमानी मुस्कराहट के साथ आगे बढ़ जाता है । कुछ झिझक के साथ वो फोटो खिंचवाने को तैयार हो गया । कुछ महीनों पहले मैंने रतन का एक वीडियो इंटरव्यू भी youtube पर लगाया था । ये है वो लिंक :
https://youtu.be/V1OAbPzTrrU
बहरहाल, आज पूरी दुनिया पटाखे छोड़ेगी और कल रतन प्लास्टिक कागज़ और डब्बों का कचरा बीन कर कुछ पैसे बनायेगा । रोजी रोटी के लिए मजबूरी में दुरूह स्थानों से सभी तरह का साधारण और hazardous कचरा उठाने वाले ऐसे अनेक रतन हमारे राष्ट्रीय स्वच्छता अभियान के अनमोल रत्नों से कम नहीं ।

अजमेर के सुपरिचित बुद्धिजीवी अनिल जैन की फेसबुक वाल से साभार

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