तेरे मेरे मिलन की ये…

zअजमेर की आनासागर झील में टोंक जिले से आ रहे बनास नदी के जल का ये प्रवाह देश की नदियों को जोड़ने वाली महत्वाकांक्षी योजना का ही एक लघु प्रतिरूप है । बीसलपुर बाँध से बनास नदी का पानी ट्रीट कर पूरे अजमेर जिले में वितरित किया जाता है और अजमेर शहर में यह पानी घरों से निकले वेस्टवॉटर के रूप में आनासागर झील में पहुँचता है । फलस्वरूप यह झील अब साल भर भरी रहती है । इसी तर्ज़ पर बनास नदी का मिलान पुष्कर सरोवर से हो ही चुका है । सतलज का पानी इंदिरा गांधी नहर के माध्यम से जोधपुर, नागौर और अन्य जिलों में और चम्बल का पानी भीलवाड़ा पहुँच चुका है । भविष्य में देश की महान् नदियों को महसूस करना हो तो अपने घर में पानी की टोंटी को खोलना ही काफी होगा । वैसे प्रकृति में हजारों सालों से सभी नदियों का पानी समंदरों से भाप बन कर वर्षा के माध्यम से सभी को पहुँचता रहा है ।

अजमेर के सुपरिचित बुद्धिजीवी व इंजीनियर अनिल जैन की फेसबुक वाल से साभार

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