मेयर पर भारी उन्हीं के लोक सूचना अधिकारी…

तरुण अग्रवाल
तरुण अग्रवाल
नगर निगम अजमेर मे मेयर धर्मेन्द्र गहलोत की उनके ही अधिकारी परवाह नहीं कर रहे इस्का उदाहरण नगर निगम के आयुक्त द्वारा सूचना के अधिकार के तहत प्रथम अपील के निस्तारण मे महापौर द्वारा दिये आदेशों की पर्वाह नहीं करने पर सामने आया है.
क्या है मामला -:
शहर मे दिनों दिन बढ रहे अवैध निर्माण और अतिक्रमण के विरोध मे कोन्ग्रेस सेवादल के मुख्य संगठक शैलेन्द्र अग्रवाल द्वारा फ़रवरी 2016 मे निगम आयुक्त को अवैध निर्माण की सूची व ग्यापन देकर इन पर कार्यवाही की मान्ग की थी. मैने एक RTI आवेदन निगम के लोक सूचना अधिकारी को प्रस्तुत कर इस ग्यापन पर की गई कार्यवाही की जानकारी और दस्तावेज मांगे. PIO ने 30 दिन मे सूचना नहीं दी जिस पर प्रथम अपील की, दिनांक 5 अक्टूबर 2016 को अपील अधिकारी व मेयर ने 15 दिन मे निशुल्क सूचना उपलब्ध कराने के आदेश जारी किये. किन्तु आयुक्त ने इस आदेश की पालना नहीं की जिस पर मैने मई व सितम्बर 2017 मे सूचना उपलब्ध कराने के लिए पत्र लिखे किन्तु कोई जवाब नहीं आया. इसी दर्मियान मैने जून 17 मे पुनः यही सूचना लेने का आवेदन एक बार और किया जिस पर कोइ जवाब PIO ने नहीं दिया प्रथम अपील सुनवाई माह नवम्बर 17 मे मेयर ने आयुक्त को 15 दिन मे सूचना उपलब्ध कराने के आदेश दिये किन्तु 2 माह बाद भी सूचना नहीं दी गई है. मेयर द्वारा 2-2 बार आदेश देने के बाद भी सूचना नहीं देना यही साबित करता है कि कहीं निगम के लोक सूचना अधिकारी मेयर पर भारी तो नहीं या बात कुछ और है …
ये तो बहुत ही शर्मनाक बात है कि मेयर अपने अधीनस्थ कार्मिको से एक कागज नहीं दिला पा रहे हैं फ़िर अवैध निर्माण और अतिक्रमण पर कार्यवाही कैसे करा पाते होंगे.. सोचने वाली बात है. ?
तरुण अग्रवाल
आर टी आई कार्यकर्ता
पटेल नगर, तोपदरा
अजमेर. 9214960776

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