रावत की मुश्किलें लगातार बढ़ती ही जा रही है

◆ *रावत महासभा के प्रतिभा सम्मान समारोह में समर्थकों को भेजकर वहां मारपीट और उपद्रव मचाने के आरोपो में संसदीय सचिव सुरेश सिंह रावत सहित पांच रावत नेता दोषी करार ••••*

◆ *रावत महासभा की बैठक में दोषी नेताओ के खिलाफ सख्त कार्यवाही करने का हुआ निर्णय , महासभा की आगामी आमसभा में होगा सुरेश सिंह रावत सहित पांच नेताओ को दी जाने वाली सजा का एलान••••*

राकेश भट्ट
पुष्कर के बीजेपी विधायक और राजस्थान सरकार के संसदीय सचिव सुरेश सिंह रावत की मुश्किलें लगातार बढ़ती ही जा रही है । एक और जहां टिकिट की दावेदारी जताने में उन्हें रावत समाज के अन्य नेता कड़ी टक्कर दे रहे है वही दूसरी और प्रतिभा सम्मान समारोह के दौरान कुछ दिनों पहले हुई मारपीट और हंगामे की घटना में भी आज रावत महासभा द्वारा सुरेश सिंह रावत को दोषी करार दे दिया गया है । रावत पर आरोप है कि इस आयोजन में उनको आमंत्रित नही किये जाने से नाराज होकर उन्होंने ना सिर्फ अपने समर्थकों को भेजकर वहां आयोजको से मारपीट करवाकर हंगामा मचवाया बल्कि अपने रसूखात के चलते बेकसूर लोगो के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज करवाया ।

रावत महासभा द्वारा गठित की गई जांच कमेटी ने अब सम्पूर्ण मामले की पड़ताल करके अपनी रिपोर्ट महासभा अध्यक्ष डॉ शैतान सिंह रावत को सौंप दी है । जिसमे साफ तौर पर सारे घटनाक्रम के लिए विधायक सुरेश रावत , पीसांगन प्रधान अशोक सिंह रावत , जिला परिषद सदस्य माणक सिंह रावत , पूर्व अध्यक्ष मोहन सिंह रावत और सांवरा महाराज को बराबर का कसूरवार ठहराते हुए दोषी करार दिया गया है । आपकी जानकारी के लिए बता दें कि विगत 9 सितंबर को महासभा के बैनर तले एक गैर राजनैतिक प्रतिभा सम्मान समारोह आयोजित किया गया था जिसमे समाज के मेधावी छात्र छात्राओं को सम्मानित किया गया । इस आयोजन में महासभा की और से किसी भी राजनेता को आमंत्रित नही किया गया था । वही बात नेताओ को चुभ गई और इन्होंने अपने समर्थकों को भेजकर कार्यक्रम के दौरान हंगामा करवा दिया । इतना ही नही कुछ आयोजको के साथ मारपीट तक कि गई और बाद में उनके खिलाफ पुलिस थाने में मुकदमे भी दर्ज करवाये गए ।

इस मामले में 3 , 4 दिन पहले महासभा के पदाधिकारियों ने बीच का रास्ता निकालते हुए समझाईश का प्रयास भी किया और दोनो पक्षो को बुलाकर राजीनामा करने और थाने में दर्ज प्रकरणों को वापस लेने के लिए पाबंद भी किया था । उसमें सुरेश सिंह रावत , अशोक रावत सहित अन्य समाज बंधु भी मौजूद थे । परंतु इस राजीनामे को भी अपने राजनैतिक फायदे के लिए भुनाते हुए विधायक रावत ने समाचार पत्रों में भ्रामक जानकारी दी कि समाज की एकता के लिए उन्होंने यह समझौता करवाया है । महासभा के संरक्षक तारा रावत का कहना है कि जब विधायक खुद घटना के लिए दोषी साबित हो चुके है तो वह स्वयं भू जज बनकर दोनो पक्षो में फैसला कैसे करवा सकता है । विधायक की इस हरकत से रावत समाज मे जबरदस्त गुस्सा है और पूरी महासभा सुरेश रावत के बयानों का खंडन करते हुए ना सिर्फ जमकर निंदा कर रही है बल्कि इनके खिलाफ सख्त कार्यवाही की मांग भी कर रही है ।

महासभा अध्यक्ष डॉ शैतान सिंह रावत ने मीडिया से बातचीत के दौरान बताया कि विधायक सुरेश रावत द्वारा समाज मे ही राजनैतिक पैतरेबाजी करने की इस घटना से रावत समाज के लोग दुःखी है और अब जल्द ही इस मामले को लेकर महासभा द्वारा समाज की आमसभा बुलाई जाएगी । उसी में दोषी करार दिए जा चुके इन पांचों नेताओ के खिलाफ समाज अपना फैसला सुनाएगा । वैसे चुनावो के लिए समाज पूरी तरह से एकजुट है और कही कोई मतभेद नही है । बीजेपी जिस उम्मीदवार को भी टिकिट देगी रावत समाज उसे जिताने के लिए जी जान एक कर देगा । आज सम्पन्न हुई बैठक में महासभा अध्यक्ष डॉ शैतान सिंह रावत , संयोजक तारा रावत , उपाध्यक्ष दरियाव सिंह, महामंत्री भंवर सिंह रावत , संगठन मंत्री गुमान सिंह , किशनगढ़ सर्किल अध्यक्ष सीताराम रावत , नानू सिंह रावत बोराज , दुर्गा सिंह , मान सिंह , रतन सिंह सहित अन्य पदाधिकारी मौजूद थे ।

महासभा द्वारा विधायक सुरेश सिंह रावत सहित पांच नेताओ को दोषी करार देकर आने वाले दिनों में उनके खिलाफ सख्त फैसला सुनाए जाने की घोषणा के बाद पुष्कर के राजनैतिक हलकों में माहौल गर्मा गया है । साथ ही पहले से ही टिकिट के लिए भारी मशक्कत करने में जुटे सुरेश रावत की मुश्किलें दोषी करार देने के बाद अब और बढ़ जाएगी । क्यों कि अब सुरेश रावत के समर्थक राजनेता भी इन्हें टिकिट देने से पहले हर पहलू पर विचार करेंगे । इन्हें टिकिट मिलेगा या नही यह तो आने वाला समय ही बतायेगा लेकिन फिलहाल समाज इनके खिलाफ एक्शन लेने के मूड में है जिससे राहत मिलना मुश्किल नजर आ रहा है ।

*राकेश भट्ट*
*प्रधान संपादक*
*पॉवर ऑफ नेशन*
*मो 9828171960*

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