गहलोत की दावेदारी को खत्म करने के संकेत

आगामी लोकसभा चुनाव के लिए हाल ही प्रदेश भाजपा के महामंत्री भजन लाल शर्मा की ओर से जारी एक आदेश से संकेत मिलते हैं कि भाजपा हाईकमान ने अजमेर मेयर धर्मेन्द्र गहलोत की अजमेर लोकसभा सीट के लिए हो रही दावेदारी को समाप्त किया जा रहा है। लोकसभा संयोजक, सह संयोजक व प्रभारी पदों के लिए जारी इस संशोधन आदेश में गहलोत को सह संयोजक बनाया गया है। इसी आदेश में संयोजक की जिम्मेदारी पुष्कर विधायक सुरेश रावत को दी गई है और एक अन्य संयोजक निवर्तमान शहर जिला भाजपा अध्यक्ष अरविंद यादव को सह संयोजक बनाया गया है।
ज्ञातव्य है कि पिछले दिनों संगठन स्तर पर दावेदारियां पंजीबद्ध की गई तो गहलोत की दावेदारी प्रबल रूप से उभरी थी। हालांकि गहलोत का कोई बहुत सशक्त जातीय दावा नहीं है, लेकिन उनका व्यक्तित्व व कृतित्व उनके दावे को मजबूत बनाए हुए थे। अब जबकि उन्हें संगठन ने लोकसभा चुनाव में काम का जिम्मा दिया है, उससे प्रतीत होता है कि उन्हें साइड लाइन कर दिया गया है।
जहां तक अरविंद यादव का सवाल है तो वे हाल ही शहर जिला भाजपा अध्यक्ष के पद से निवृत्त किए गए थे, इस कारण उनका सम्मान रखने के लिए कहीं न कहीं एडजस्ट किए जाने थे। वैसे उन्हें जिस मौके पर हटाया गया, वह काफी अपमानजनक रहा। उनके अध्यक्ष रहते हुए भाजपा ने अजमेर शहर की दोनों सीटें विधानसभा चुनाव में जीतीं थीं, फिर भी पार्टी ने कड़ा कदम उठाया। हालांकि उन्हें एक साल पहले ही हटाया जाना था, मगर स्थानीय गुटबाजी के चलते तब निर्णय नहीं हो पाया और तब जा कर हटाया, जबकि उनके खाते में जीत दर्ज हो गई। असल में पार्टी की मजबूरी ये थी कि उसे वेश्यों को साधने के लिए अध्यक्ष पद किसी वेश्य को सौंपना था, उसी के तहत पूर्व एडीए चेयरमैन शिवशंकर हेडा को यह जिम्मेदारी दे दी गई। इसी के साथ वेश्यों की लोकसभा चुनाव में दावेदारी को ग्रहण लग गया है। अब खुद हेडा सहित पूर्व जिला प्रमुख पुखराज पहाडिय़ा, पूर्व यूआईटी चेयरमैन धर्मेश जैन व युवा नेता सुभाष काबरा का दावा कमजोर हो गया है।
ऐसा प्रतीत होता है कि भाजपा इस जाट बहुल सीट पर किसी जाट पर ही दाव खेलना चाहती है। इसके तहत अब तक पूर्व किशनगढ़ विधायक भागीरथ चौधरी, पूर्व जिला प्रमुख सरिता गैना, किशनगढ़ में हाल हारे विकास चौधरी व डॉ. दीपक भाकर की दावेदारी चल रही है।
वैसे जानकारी ये है कि गुर्जरों के करीब डेढ़ लाख वोटों के आधार पर पूर्व मंत्री नाथूसिंह गुर्जर टिकट की जुगाड़ में हैं। उन्होंने अपने कुछ निकटस्थों के जरिए नाम चलाने की कोशिश की है।
तेजवानी गिरधर
७७४२०६७०००

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