बदहाली पर रोता *”मेरा किशनगढ़”*

*पौन आध घण्टे की बारिश ने शहर को बना दिया तालाब व नदियों का शहर*

*-विकास छाबड़ा @ रोशन भारत-*
मदनगंज-किशनगढ़। एक तरफ हम यह कहकर दंभ भरते है कि हम विश्व प्रसिद्ध मार्बल मंडी व एयरपोर्ट के शहर के रहने वाले है। वहीं हमारे शहर के मूलभूत हालात पर शर्म भी बहुत आती है। जिस पर जितना लिखो व कहो कम ही होगा। आज आध पौन घंटे की बारिश ने शहर को तालाबों व नदियों का शहर बना दिया है। बारिश के एक छोटे से ट्रेलर ने शहर में बाढ़ जैसे हालात बना दिए हैं। लोगों के घरों ने स्विमिंग पूल की शक्ल ले ली है। दुकाने, फैक्ट्रिया, गोदाम जलमग्न हो गए है। इन हालातों को और भी बद से बदतर सीवरेज लाइन व पानी की पाइप लाइन डालने के बिना ठोस प्लानिंग, बिना सिस्टम, बिना डायरेक्शन, विभागों की असामंजस्य ने बना दिया है। पानी व सीवरेज लाइन खुदने से एक छोटी सी बारिश ने गड्ढों की मिट्टी कंक्रीट को बाहर फेंक दिया। जिससे गलियों में बड़े-बड़े खड्डे निकल आए हैं। गड्ढों में पानी भरने से पैदल चलने वालों व वाहन चालकों के लिए ये एक बड़ी मुसीबत बन गए हैं। लोग गड्ढों में गिरकर चोटिल होने लगे हैं। घरों व फैक्ट्री दुकानों में पानी के घुसने से हजारों लाखों रुपए का नुकसान देखा जा रहा है। लोग खून के आंसू रोने को विवश हो गए हैं। शहर के नाली
-नाले सफाई नहीं होने से चौक पड़े हैं। जिससे पानी सड़कों पर होते हुए घरों में प्रवेश कर रहा है। परिषद को सभी नालों व नालियों की सफाई ठीक से बारिश से पूर्व ही कर लेनी थी मगर परिषद की लापरवाही का खामियाजा पब्लिक को भुगतना पड़ रहा है। सफाई का खर्चा पहले से बहुत अधिक होने के बावजूद भी हालात बिल्कुल नहीं सुधर रहे है। जब भी सड़के बनती है सड़क को बिना खोदे सड़क पर सड़क बना दी जाती है, जिससे धीरे-धीरे सड़कों का लेवल ऊपर होता जा रहा है और घरों का लेवल नीचे रह जाने से घरों में पानी घुसने की समस्या आ खड़ी हुई है। अंडर ब्रिज (RUB) सांवतसर, कृष्णापुरी, परासिया में पानी भर गया है। जो कि भरना ही था, जिसका पता ही था। मगर कोई समाधान नहीं निकाल पाए। इससे शहर दो हिस्सों में बटा बटा नजर आने लगा है। एक जागरूक व्यक्ति ने मित्तल कॉलोनी इलाहाबाद बैंक के पास खोड़ा गणेश जी रोड के पास बनी पानी की टंकी का वीडियो भेजा जिसमें टंकी के पिलरों में और कई अन्य जगह दरारें अभी से दिखाई दे रही है। जबकि पानी की टंकी अभी तक शुरु भी नहीं हुई है। इसे हम भ्रष्टाचार या मिलावट का निर्माण कहे या नहीं ये आप जाने। कई कॉलोनियों व इलाकों के वीडियो रोशन भारत के व्हाट्सएप नम्बर पर आये है। जो पानी से लबालब नजर आ रहे हैं। घरों में पानी के घुसने से गंदगी घरों में आ गई है। घरों की महिलाएं इस सिस्टम को कोस रही है, जो आमजन को राहत नहीं दे पा रहे है।
कुछ प्रभावशाली लोगों ने भी पानी निकासी के रास्तों पर अतिक्रमण कर उनको अवरुद्ध कर दिया है। जिससे भी ऐसे हालात बने है। वहीं ऐसी स्थिति में लोग उम्मीद करते हैं कि हमारा पार्षद हमारे बीच आकर हमारी समस्या को दूर करें मगर कुछ गैर जिम्मेदार पार्षद मौके पर आने के बजाय घरों में दुबके बैठे हुए हैं ऐसी भी कई शिकायत रोशन भारत के सामने आ रही है, क्या जनप्रतिनिधि इसीलिए हमारा वोट मांगता है ? (रोशन भारत)
*बारिश अगर ज्यादा आ गई तो ..?*
एक छोटी सी बारिश के ट्रेलर ने ऐसे हालात शहर में बना दिए हैं, अगर इससे ज्यादा बारिश आ गई तो कैसा होगा शहर की बदहाली का नजारा… इसके लिए हमें अभी से आज से ही सावधान और तैयारी कर लेनी चाहिए। नगर परिषद, प्रशासन व सभी जनप्रतिनिधियों से रोशन भारत यह अपील करता है की वह ऐसे हालात बिगड़ने से पहले जो भी संभव प्रयास है उसे तुरंत प्रभाव से जनहित के मध्य नजर किए जाएं।

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