खिसयाई बिल्ली खम्भा नोचे……

*मदनगंज-किशनगढ।* शहर को *स्मार्ट सिटी* बनाने की कवायद के चलते,इन दिनों *जन सेवक* की स्थिति *खिसयाई बिल्ली,खम्भा नोचे* वाली साबित हो रही है।अपनी विधायकी के चलते स्थानीय विधायक ने शहर को स्मार्ट सिटी बना देने का जो सपना देखा,अब वह धूल धूसरित होता नजर आ रहा है।मैं अपने क ई पूर्व ब्लागस् में इस बात का उल्लेख कर चुका हूं कि केवल ट्रैफिक लाईटें लगा देने से कोई शहर स्मार्ट सिटी नहीं बन जाता।शहर की दुर्गति पहले जो हो चुकी है ,जब तक उसमें आमूल चूल परिवर्तन ना हो जाये तब तक सपना ,सपना ही बना रहेगा।वहीं दूसरी ओर शहर की भौगोलिक स्थितियां अथवा बसावट इस काबिल नहीं है कि शहर को स्मार्ट बनाया जा सके।इसलिए परिणाम *वही ढाक के तीन पात* आना तय है।यहां मैं फिर से वही बात दोहराऊंगा कि खींचकर सडकों को चौडा नहीं किया जा सकता।यातायात अवरोध लाईटें लग जाने के बाद पहले से कहीं अधिक बढ गया है। ट्रैफिक पुलिस की मशक्कत पहले से सवाई हो ग ई है। जिस पर काबू पाने के लिए इन दिनों विधायक जी ने *अतिक्रमण हटाओ* अभियान का नया बिगुल बजाया है..जो *मुंगेरीलाल का सपना* साबित हो रहा है।अलबत्ता नगर परिषद कर्मियों की परेड शुरु हो ग ई है। वैसे तो अच्छा है,परिषद कर्मी काफी लम्बे समय से ठाले बैठे थे। *ठाले* कह रहा हूं कामकाज की बात को लेकर ….वैसे उनके द्वारा *चांदी कूटै जाने* का सिलसिला तो बद् दस्तूर जारी रहा है।स्मार्ट सिटी वाली कवायद के चलते विधायक जी की ओर से यकायक सब्जीमंडी और औसवाली मौहल्ला आदि स्थानों से अतिक्रमण हटाये जाने का मुद्दा इन दिनों शहर में दिलचस्प होने के साथ ही सुर्खियों में बना हुआ है। जबकि मुख्य मार्गों पर अतिक्रमण व यातायात अवरोध का मुद्दा जैसे का तैसा बना हुआ है। बीच में ही नये मुद्दे का छिड जाना *खिसयाई बिल्ली खम्भा नोचै* वाला साबित हो रहा है।
बहरहाल *नासूर कोई एक हो तो बतायें हम जख्म अपने,यहां तो कमबख्त पूरा शरीर ही छलनी हुआ पडा है* …!!!!!
*__सर्वेश्वर शर्मा*
*संपादक*
*”कुछ अलग”*
*9352489097

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