शाबास पुलिस उप अधीक्षक गीता चौधरी..शाबास

*किशनगढ।* सरकारी महकमों और अधिकारियों की कार्यशैली पर मीन मेक निकालने का नाम ही पत्रकारिता नहीं है अपितु उनके द्वारा किये गये प्रशंसनीय कार्यों को उजागर करना भी सकारात्मक पत्रकारिता का एक हिस्सा है। मैंने अपना यह ब्लॉक इसी भावना से प्रेरित होते *किशनगढ में तैनात पुलिस उप अधीक्षक गीता चौधरी* के लिए लिखा है।
अभी हाल ही में पिछले सप्ताह अपने उच्चाधिकारियों के प्रशंसनीय दिशा निर्देशन की अनुपालना करते हुए एवं अपनी टीम को कुशल नेतृत्व देते उनके सहयोग से *किशनगढ शहर की पुलिस उप अधीक्षक गीता चौधरी* ने किशनगढ को एक भारी बवाल से बचा लिया,जिसके लिए वह आज प्रशंसा की पात्र हैं।
*ज्ञातव्य* है गत दिनों किशनगढ के पुराना शहर के *देशवाली मौहल्ला क्षेत्र* में दो भिन्न समुदायों के लोगों के बीच हिंसक रुप से मारपीट की वारदात घटित हुई। *यह क्षेत्र अति संवेदनशील क्षेत्र माना जाता है।* वारदात की सूचना मिलते ही पुलिस उप अधीक्षक गीता चौधरी ने त्वरित गति से मोर्चा सम्भालते हुए घटना की सूचना अपने उच्चाधिकारियों को दी।साथ ही वहां से कारगर व प्रशंसनीय दिशा निर्देश प्राप्त करते हुए अपनी टीम को घटना पर काबू पाने के लिए सक्रिय किया। उनके कुशल नेतृत्व के परिणाम स्वरुप हालात शांतिपूर्ण तरीके से काबू आ गये और शहर अशांति के माहौल से बच गया अन्यथा कोई बडा बवाल खडा हो सकता था।देश में वर्तमान हालात के चलते यदि हम उक्त घटना क्रम पर विहंगम दृष्टि डालें तो हम सहज में समझ सकते हैं कि ऐसे नाजुक समय में पुलिस प्रशासन द्वारा यदि कोई कोताहि बरत ली ग ई होती तो शहर के हालात बदतर हो सकते थे। *ऐसे में जिला पुलिस के आला कप्तान के साथ ही शहर में तैनात पुलिस उप अधीक्षक एवं उनकी अधीनस्थ टीम सभी बधाई और शाबासी के पात्र हैं।*
*__सर्वेश्वर शर्मा*
*संपादक..* ‘कुछ अलग’
*अध्यक्ष..* मार्बल सिटी प्रेस क्लब,किशनगढ
*मो.9352489097

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