पुष्कर तीर्थ को टेंपल टाउन घोषित करने का विषय राजस्थान सरकार के स्तर पर अटका पड़ा है

प्रधान मंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने राजस्थान सरकार के मुख्य सचिव को लिखा पत्र :

अरुण पाराशर
पुष्कर तीर्थ को टेंपल टाउन घोषित कर तीर्थ को आध्यात्म हेरिटेज क्षेत्र के रूप में विकसित किए जाने हेतु सामाजिक कार्यकर्ता एवम श्री पुष्कर सरोवर संवर्धनी समिति के सचिव अरुण पाराशर ने माननीय प्रधान मंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी को पुष्कर के संत ,महंत,विधायक, सांसद, पूर्व केंद्रीय मंत्री जी के हस्ताक्षर युक्त महत्त्वाकांक्षी वृहद विकास योजना प्रारूप को विनम्र आग्रह के साथ पत्र द्वारा भेजकर निवेदन किया है कि इस पावन धरा पर श्री भगवान श्री ब्रह्मा जी के एक मात्र पुष्कर तीर्थ के सर्वांगीण विकास के लिए अयोध्या, काशी,तीर्थों की भांति संरक्षण ,विकास की कड़ी में यहां की मूलभूत आवश्यकता को ध्यान में रख कर, इस महान पवित्र पावन तीर्थ को भी सर्वोच्यता प्रदान करते हुए “पुष्कर तीर्थ विकास मंडल 1972 को पुनर्गठित कर आदि अनादि श्री पुष्कर राज तीर्थ को देश का प्रथम सनातन धार्मिक , आध्यात्मिक एवम हेरिटेज क्षेत्र के रूप में विकसित किए जाने हेतु इसे टेंपल टाउन घोषित करने की मांग की गई है, जिस पर प्रधान मंत्री कार्यालय के अनुभाग अधिकारी श्री अनंत कुमार ने इस संबंध में पत्र क्रमांक पीएमओपीजी/डी/2021/0281217 के अभ्यावेदन पर यथोचित आवश्यक कार्यवाही हेतु राज्य के मुख्य सचिव को निर्देश प्रदान किए है।
मुख्य सचिव राजस्थान ने अग्रिम कार्यवाही के लिए देवस्थान विभाग राजस्थान सरकार को भेज दिया। जिस पर देवस्थान विभाग के आयुक्त ने 15/12/2021 को उनके यहां कोई प्रावधान नहीं होने की बात लिख कर पत्रावली स्वायत्त शासन विभाग को भिजवा दी गई, स्वायत्त शासन विभाग द्वारा इस संबध में नगर पालिका पुष्कर से तथ्यात्मक रिपोर्ट मांगी गई। नगर पालिका पुष्कर दिनांक 12/01/22 द्वारा अपनी जवाब रिपोर्ट में राज्य सरकार के स्तर पर ही पुष्कर विकास मंडल 1972 को पुनर्गठित एवं टेंपल टाउन घोषित किये जाने का निर्णय लेना उचित होगा के साथ अपना जवाब प्रस्तुत कर दिया गया था। लेकिन राज्य सरकार ने अभी तक पुष्कर तीर्थ को टेंपल टाउन घोषित किए जाने पर कोई फैसला ,निर्णय नही लिया है।
पाराशर ने मांग पत्र में पुष्कर तीर्थ को टेंपल टाउन के अधीन आध्यात्म व हेरिटेज क्षेत्र के रूप में विकसित किए जाने के लिए निम्न लिखित महत्वपूर्ण बिंदुओ को अपने मांग पत्र में प्रधानता से शामिल किए जाने का आग्रह किया है।
1.सप्त ऋषि द्वार ( सात)2. संत कुटीर( सात) 3. विशाल यज्ञ शाला एवम यज्ञ संस्थान 4. आध्यात्मिक विकास केंद्र 5. विशाल सत्संग सभागार 6.पौराणिक इतिहास, धार्मिक ऐतिहासिक भारत दर्शन प्रदर्शनी स्थल ।
7. सरोवर महा आरती स्थल 8.वृहद वेद (पुराण) मंदिर
9. पुष्कर क्षेत्र में पौराणिक दर्शनीय स्थल विकास
10.पुष्कर सरोवर परिक्रमा, आध्यात्मिक मार्ग, सप्त कोसी परिक्रमा,24 कोसी परिक्रमा,84 कोसी परिक्रमा 11. लाइट एंड साउंड डिस्प्ले स्थल विकसित करना
12. पवित्र सरोवर में स्नान, पूजा तर्पण हेतु सदैव पर्याप्त निर्मल जल व्यवस्था।
13. श्री ब्रह्मा मंदिर जीर्णोद्धार मय कोरिडोर आदि को प्रथम चरण में प्राथमिकता से विकसित किए जाने की आवश्यकता है।
अरुण पाराशर, सामाजिक कार्यकर्ता पुष्कर तीर्थ।

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