देवनानी को भाजपा में ही मिल रही चुनौति

वासुदेव देवनानी
संभवतः यह पहला मौका है, जब अजमेर उत्तर के भाजपा विधायक वासुदेव देवनानी की बराबरी में आगामी विधानसभा चुनाव के लिए टिकट की दावेदारी खुल कर सामने आ रही है। हालांकि पिछले चुनावों में भी अन्य नेताओं ने दावेदारी की थी, मगर वह केवल पार्टी मंच पर थी, इस कारण उसकी खास चर्चा नहीं हुई। दावेदार इस कारण खुल कर सामने नहीं आते थे कि कहीं देवनानी नाराज न हो जाएं। लेकिन इस बार माहौल बदला हुआ है। अब तक चार नेता डिजिटल मीडिया पर खुल कर दावेदारी कर रहे हैं। बाकायदा पूरा साक्षात्कार भी दे चुके हैं। उनके नाम इस प्रकार हैं- अजमेर नगर परिशद के पूर्व सभापति सुरेन्द्र सिंह षेखावत, अजमेर नगर निगम के मौजूदा उपमहापौर नीरज जैन, समाजसेवी हरीष गिदवानी और युवा भाजपा नेता एडवोकेट गजवीर सिंह चुंडावत। एक सिंधी हैं, जबकि तीन गैर सिंधी हैं। हो सकता है, कुछ और दोवदार भी सामने आएं। वैसे अंदरखाने अन्य दावेदार भी हैं, मगर वे अंडरग्राउंड कोषिष कर रहे हैं। चूंकि यह सीट संघ में खाते में मानी जाती है, इस कारण इस उम्मीद में इस का देवनानी का टिकट कट जाएगा, संघ पृश्ठभूमि के कुछ नेता बिल्ली के भाग्य का छींका टूटने का इंतजार कर रहे हैं। भाजपा जैसी अनुषासित व केडर बेस्ड पार्टी में इस प्रकार खुल कर दावेदारी देवनानी के लिए चिंता का विशय है। सुकूनबख्ष बात ये है कि सभी दावेदार यह जरूर कह रहे हैं कि अगर पार्टी ने देवनानी को टिकट दिया तो वे कोई खिलाफत नहीं करेंगे। यह बात दीगर है कि जब देवनानी को टिकट मिल गया तो क्या वाकई ये दावेदार पूरी ईमानदारी से उनके लिए काम करेंगे। यह सोचनीय है कि एक ओर जहां अजमेर उत्तर में खुल कर दावेदारियां सामने आ रही है, वहीं अजमेर दक्षिण में बिलकुल षांति है। इसके क्या मायने हैं, आप ही अनुमान लगाइये।

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