*भागीरथ के बहाव में विकास को ब्रेक क्यों*

-ना खाता, ना बही, फिर भी भागीरथ बोले, वो सही, खाता खाली ही खाली
-पिछले चुनाव में विकास का पहिया थामने वाले भागीरथ को फिर भाजपा ने दिया इनाम
-पांच साल किशनगढ़ की खाक छान रहे विकास का पहिया क्यों थामा
-विकास ने भरी हुंकार, हजारों समर्थकों की सभा में चुनाव लड़ने का किया ऐलान

✍️प्रेम आनन्दकर, अजमेर l
👉भाजपा ने राजस्थान में 23 नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए अपने 41 उम्मीदवारों की जो पहली सूची जारी की है, उसमें अजमेर जिले की किशनगढ़ सीट से अजमेर के मौजूदा सांसद भागीरथ चौधरी को मैदान में उतारा गया हैl वर्ष 2013 से 2018 तक भागीरथ किशनगढ़ से भाजपा विधायक रहे, लेकिन 2018 में हुए चुनाव में भाजपा ने उन्हें रिपीट करने की बजाय युवा नेता और महर्षि दयानन्द सरस्वती विश्वविद्यालय, अजमेर के छात्रसंघ के पूर्व अध्यक्ष विकास चौधरी को उम्मीदवार बनाया था l

प्रेम आनंदकर
उस समय मुकाबला त्रिकोणीय था, क्योंकि कांग्रेस के बड़े नेता ने अपनी पार्टी के उम्मीदवार के सामने निर्दलीय ताल ठोक दी थीl भाजपा और कांग्रेस से टिकट मांग रहे मार्बल उद्यमी सुरेश टांक को जब सफलता नहीं मिली थी तो उन्होंने निर्दलीय चुनाव लड़ा था l कहते हैं कि दो की लड़ाई में तीसरा फायदा उठाता है, तो किशनगढ़ में भी यही हुआ था l इधर टिकट नहीं मिलने से कुपित भागीरथीm चौधरी अपनी भागीरथी को रोक कर बैठ गए थेl कहते हैं कि पिछले चुनाव में भाजपा के ही लोगों ने भीतरघात की थीl यही कारण है कि टांक की लॉटरी खुल गई और वे जीत गए थेl भाजपा में भीतरघात की बात नेतृत्व तक भी पहुंची थी, लेकिन कुछ नहीं हुआl जिन भागीरथ को भाजपा ने पिछले विधानसभा चुनाव में टिकट नहीं दिया था, उन्हें ही लोकसभा चुनाव में अजमेर संसदीय क्षेत्र से अपना उम्मीदवार बनायाl अब इसे भागीरथ की किस्मत ही कहा जाए कि वे चुनाव जीत कर सांसद बन गए, किंतु उनके बही-खाते का हिसाब-किताब देखें तो उपलब्धि का एक भी पन्ना दिखाई नहीं देता हैl इसके बाद भी इस बार भाजपा ने भागीरथ को किशनगढ़ में टिकट से नवाज दिया हैl जबकि पिछले पांच साल से किशनगढ़ विधानसभा क्षेत्र की खाक छान रहे विकास के पहिये को ब्रेक लगा दिए गए हैं l विकास ने सोशल मीडिया पर अपनी मायूसी का इजहार किया हैl विकास ने 10 अक्टूबर को किशनगढ़ में हुई हजारों समर्थकों की सभा में चुनाव लड़ने का ऐलान किया है l अब देखना यह है कि विकास भागीरथ को आगे बढ़ने देंगे या उसका बहाव रोक देंगेl भाजपा ने रिस्क लेकर जो खेल खेला है, उसमें उसे सफलता मिलती है या नहीं और विकास इस बार भागीरथ को विधानसभा में जाने से रोक पाते हैं या नहीं, यह आने वाला समय बताएगाl

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