लंब समय से षहर कांग्रेस की निवर्तमान टीम काम कर रही है। इसके चलते कार्यकर्ताओं में षिथिलता है। इसी बीच श्रीमती सबा खान के इंतकाल के बाद खाली पडे षहर महिला कांग्रेस अध्यक्ष पद पर हितेष्वरी टाक को नवाज दिया गया। षिथिलता के माहौल में वे अपनी टीम ठीक नहीं जुटा पाई हैं। वैसे उनको विरासत में ऐसी ही लुंज पुंज टीम मिली थी। सबा खान खुद तो बहुत अधिक ऐक्टिव थीं, मगर गिनती की महिलाओं को ही वे सक्रिय रूप से जोड पाई थीं। कई महिला नेताओं पर चर्चा के बाद हितेष्वरी का नाम तय हुआ। उन्हें एक बहुत अच्छी अपोर्चुनिटी मिली, मगर उसका उन्होंने कोई लाभ नहीं उठाया। वे अब भी पुरानी टीम के सहारे चल रही हैं। चाहें तो नई महिलाओं को जोड सकती हैं, मगर वैसी उर्जा उनमें नजर नहीं आ रही। कुल जमा बात ये है कि हाल ही जब हाईकमान के निर्देष पर पैदल मार्च निकाला तो उसमें अपेक्षित संख्या में महिलाएं नहीं जुट पाईं।