अकियाब(बर्मा) में 2 अक्टूबर, 1918 को जन्मे श्री मिश्रीलाल चितलांग्या ने साहित्य रत्न की शिक्षा अर्जित की और सन् 1938 में कलकत्ता में कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण की। सन् 1940 में व्यक्तिगत सत्याग्रह के तहत तीन बार जेल गए और भारत छोड़ो आंदोलन के दौरान मंडलेश्वर व इंदौर जेल में रहे। मंडलेश्वर जेल तोडऩे के कारण उन्हें दंडित किया गया। सन् 1946 से 1948 के दौरान अजमेर मेरवाड़ा क्षेत्र में किसान आंदोलन का संचालन किया। वे अजमेर मेरवाड़ा प्रांतीय कांग्रेस कमेटी प्रधानमंत्री रहे और सन् 1948 से 1968 तक समाजवादी पार्टी के जिला मंत्री रहे। सन् 1950 से 1966 तक जन समस्याओं के सिलसिले में कई बार जेल गए। उन्होंने दैनिक नवज्योति के विज्ञापन विभाग में भी काम किया।
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