अजमेर डेयरी के सदर रामचंद्र चौधरी भले ही कोई विधानसभा चुनाव व लोकसभा चुनाव न जीत पाए हों, इस कारण माना जाता है कि उनकी जन्म कुंडली में सत्ता का सुख नहीं है, मगर एक जमाने में उनका बहुत प्रभाव था। बात 1993 की है। विधानसभा चुनाव के लिए राजस्थान भर के दावेदारों का जमावडा नई दिल्ली स्थित टेढी मेडी बिल्डिंग में था। तत्कालीन प्रदेष कांग्रेस अध्यक्ष परसराम मदेरणा सभी के इंटनव्यू ले रहे थे। तब चौधरी उनके बहुत करीबी थे, पुत्रवत। जितने भी दावेदार इंटरव्यू देने आए थे, उनके बायोडाटा चैक कर स्क्रूटनी की जिम्मेदारी चौधरी निभा रहे थे। हर दावेदार को पहले चौधरी के पास हाजिरी बजानी पड रही थी। यह बात दीगर है कि तब उन्हें स्वयं टिकट नहीं मिल पाया था। रहा सवाल उनकी कुंडली में सत्ता का सुख न होने का तो यही सही है कि वे कोई चुनाव नहीं जीत पाए, मगर लगातार पैंतीस साल तक अजमेर डेयरी का अध्यक्ष होना भी एक प्रकार की सल्तनत है।