पाक जायरीन को लेकर अब भी असमंजस

पाकिस्तान को दी जायरीन को न भेजने की सलाह
dargaahएक ओर जहां ख्वाजा गरीब नवाज के सालाना उर्स में आने वाले पाकिस्तानी जायरीन जत्थे की सुरक्षा सहित अन्य इंतजामात को युद्धस्तर पर पुख्ता किया जा रहा है, वहीं इस्लामाबाद से खबर है कि पाकिस्तान ने कहा है कि भारत ने उसे सलाह दी है कि सुरक्षा कारणों से ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती के सालाना उर्स के लिए अजमेर जाने वाले पाकिस्तानी जायरीनों की यात्रा को रद्द कर दिया जाए। अर्थात स्थानीय स्तर पर हो रहे जबरदस्त विरोध के चलते पाक जायरीन का आना अब भी संदिग्ध है।
ज्ञातव्य है कि पाकिस्तान में भारतीय कैदी सरबजीत की हत्या के बाद पूरे देश सहित अजमेर में पाकिस्तान के प्रति गुस्सा है। राष्ट्र रक्षा संकल्प समिति व राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ सहित अनेक संगठनों व भाजपा नेताओं ने पाक जायरीन के खिलाफ अभियान छेड़ रखा है। उन्हें व्यापारियों का भी सहयोग मिल रहा है। कुल मिला कर उन्होंने कड़ा विरोध करने के लिए कमर कस ली है। इसी सिलसिले में उन्हें मनाने के लिए जिला प्रशासन ने कवायद भी की, मगर वह कामयाब नहीं हो पाई। दूसरी ओर ऊपर के निर्देशों पर प्रशासन पाक जायरीन के आगमन की जरूरी तैयारियां भी कर रहा है। संभावना है कि गरीब नवाज के 801 वें उर्स में भाग लेने के लिए पाकिस्तानी जायरीन का जत्था 13 या 14 मई को अजमेर पहुंचेगा और 19 या 20 मई को प्रस्थान करेगा। पाक जायरीन को हर साल की तरह पुरानी मंडी मार्ग स्थित सेंट्रल गल्र्स स्कूल में ठहराया जाएगा। जिला प्रशासन की ओर से जायरीन की व्यवस्था के लिए तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। सेंट्रल गल्र्स स्कूल में रंग रोगन व सफाई का काम शुरू कर दिया गया है। विभिन्न संगठनों के विरोध के बीच जिला कलेक्टर वैभव गालरिया व एसपी गौरव श्रीवास्तव ने दो टूक शब्दों में कहा है कि पाक जायरीन की विशेष सुरक्षा रहेगी। स्कूल से लेकर दरगाह जाने और आने तक हर पाक जायरीन को सुरक्षा घेरे में रखा जाएगा जिससे उन्हें कोई परेशानी न हो। जानकारी ये भी है कि पाक जायरीन की सुरक्षा के लिए दिल्ली से सुरक्षा बलों की अतिरिक्त कुमुक भेजी जा रही है।
दूसरी ओर इस्लामाबाद से खबर है कि पाकिस्तानी विदेश विभाग के प्रवक्ता की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि उप-उच्चायुक्त गोपाल बागले ने यहां के विदेश मंत्रालय में दक्षिण एशियाई मामलों के महानिदेशक के साथ मुलाकात के दौरान भारत की अनुशंसा से अवगत कराया। बयान के अनुसार बागले ने कहा कि हालिया द्विपक्षीय घटनाओं के मद्देनजर भारत में जो सुरक्षा माहौल बना है, उसकी वजह से भारत सरकार पाकिस्तानी जायरीनों के लिए सुरक्षा सुनिश्चित करने की स्थिति में नहीं होगी। बयान में कहा गया है, भारत सरकार ने पाकिस्तान सरकार से सिफारिश की है कि जायरीनों के अजमेर दौरे को रद्द किया जाए। राजनयिक सूत्रों ने पीटीआई को बताया कि भारतीय कैदी सरबजीत सिंह और पाकिस्तानी कैदी सनाउल्लाह रंजय की मौत के बाद उपजे तनाव के कारण भारत की ओर से यह अनुशंसा की गई है। पाकिस्तानी विदेश विभाग ने कहा कि अजमेर दौरे को लेकर धार्मिक मामलों के मंत्रालय को जरूरी सलाह दे दी गई है।
इस प्रकार विरोधाभासी समाचारों के चलते अब भी पाक जायरीन के आने को लेकर असमंजस बना हुआ है।
-तेजवानी गिरधर

error: Content is protected !!