चंद लोगों को ही पता है कि पुष्कर में विदेशी सैलानियों के आने का सिलसिला कहां से शुरू हुआ। इस बारे में पुष्कर के वरिष्ठ पत्रकार नाथू शर्मा ने जानकारी अपने फेसबुक वाल पर शाया की है। यह जानकारी उपयोगी है, लिहाजा आपको भी परोसी जा रही है।
ये है पुष्कर के जगदीश प्रसाद पाराशर उर्फ़ बीरबल ।पुष्कर में सबसे पहले विदेसी सेलानी बीरबल लेकर आये। उन्होंने बताया की 1968 पुष्कर में 4 विदेसी आये थे। उन्होंने अपने घर आनंद आश्रम में ठराया था। तब से पुष्कर में विदेसी पुष्कर में आने लगे थे। आज हजारो की तादात में विदेशी आ रहे है।