लखनऊ की एक सामाजिक कार्यकर्ता डॉ. नूतन ठाकुर ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को 1992 बैच के आईएएस अधिकारी विजय कुमार, मुख्य कार्यकारी अधिकारी, दिल्ली जल बोर्ड द्वारा स्थापित शासकीय नीति और व्यवस्था के विरुद्ध शासकीय कार्यों में राजनैतिक व्यक्तियों को सम्मिलित किये जाने के संबंध में जांच करा कर उत्तरदायित्व निर्धारित करने का निवेदन किया है. केजरीवाल को पत्र लिखकर डॉ. नूतन ने कहा है कि, 30 दिसंबर 2013 को दिल्लीवासियों को निशुल्क पानी दिए जाने की सरकारी घोषणा के समय विजय कुमार ने आम आदमी पार्टी के नेता कुमार विश्वास को भी अपने साथ रखा था. एक गैर-सरकारी व्यक्ति के रूप में कुमार विश्वास को सरकारी प्रेस कॉन्फ्रेंस में स्थान देने और अपनी भाव-भंगिमा से उनकी उपस्थिति को अत्यंत वांछनीय दिखने के लिए विजय कुमार पूर्णतया उत्तरदायी हैं, क्योंकि उनकी नियुक्ति सरकार गठन के तत्काल बाद आनन-फानन में हुई थी. अतः यह आवश्यक है कि इस मामले की तत्काल किसी उच्च अधिकारी से जांच करा कर यमसंगत कार्यवाही कराई जाए ताकि यह संदेश ना जाए कि विजय कुमार के मुख्यमंत्री के “पसंद के अधिकारी” होने के नाते उन पर अलग नियम लागू होते हैं.
डॉ. नूतन ठाकुर द्वारा अरविंद केजरीवाल को भेजा गया पत्र-
सेवा में,
श्री अरविंद केजरीवाल,
मुख्यमंत्री, नई दिल्ली
विषय- 1992 बैच के आईएएस अधिकारी श्री विजय कुमार, वर्तमान में मुख्य कार्यकारी अधिकारी, दिल्ली जल बोर्ड द्वारा शासकीय कार्यों में नियमविरुद्ध तरीके से राजनैतिक व्यक्तियों को सम्मिलित किये जाने विषयक
महोदय,
कृपया निवेदन है कि आपकी सरकार द्वारा दिनांक 30/12/2013 को दिल्ली वासियों को निशुल्क पानी दिए जाने के संबंध में कतिपय घोषणाएं की गयीं. ये घोषणाएं आपके आवास पर वर्तमान मुख्य कार्यकारी अधिकारी, दिल्ली जल बोर्ड जल श्री विजय कुमार द्वारा की गयीं. लेकिन श्री विजय कुमार ने आपके आवास के बाहर किये जा रहे अत्यंत महत्वपूर्ण शासकीय घोषणा के दौरान श्री कुमार विश्वास, नेता, आम आदमी पार्टी को भी अपने साथ रखा था जो श्री विजय कुमार के ठीक बगल में बैठे थे और इस पूरे कार्यक्रम के दौरान श्री विजय कुमार के साथ थे. आप सहमत होंगे कि श्री विजय कुमार द्वारा एक शासकीय घोषणा का प्रेस कॉन्फ्रेंस पूर्णतः शासकीय कार्यक्रम है. मेरी जानकारी के अनुसार वर्तमान में श्री कुमार विश्वास किसी शासकीय पद पर नहीं हैं, यद्यपि कल को आपकी सरकार द्वारा उनकी नियुक्ति किसी पद पर भले की जा सकती है. ऐसे में श्री विजय कुमार द्वारा अपने साथ श्री कुमार विश्वास को एक शासकीय प्रेस कॉन्फ्रेंस में बैठाना मेरी जानकारी में एक ऐसी घटना है जैसा अत्यंत विरले होता है कि शासकीय प्रेस कॉन्फ्रेंस में सम्बंधित अधिकारी ने सरकार के बाहर के एक राजनैतिक व्यक्ति को अपने साथ स्थान दिया हो. श्री कुमार विश्वास आज की तारीख में एक गैर-सरकारी व्यक्ति हैं और जाहिर है कि यदि शासकीय अधिकारियों द्वारा अनुमति मिले अथवा अनुरोध किया जाए तो वे कहीं भी सहर्ष उपस्थित हो जायेंगे, चाहे वह अत्यंत गोपनीय शासकीय मीटिंग हो अथवा कोई शासकीय प्रेस कॉन्फ्रेंस. अतः यदि कोई व्यक्ति इस पूरे घटनाक्रम के लिए उत्तरदायी हैं तो वे आपकी सरकार के अधिकारी श्री विजय कुमार हैं जिन्होंने श्री कुमार विशवस के साथ इस अत्यंत महत्वपूर्ण प्रेस कॉन्फ्रेंस में मंच साझा ही नहीं किया, बार-बार अपनी भाव-भंगिमा से यह स्पष्ट सन्देश भी दिया कि श्री कुमार विश्वास की उपस्थिति से वे उपकृत्य हैं और उनकी उपस्थिति अत्यंत वांछनीय है. श्री विजय कुमार 1992 बैच के आईएएस अधिकारी हैं और आपके द्वारा सरकार गठन के तत्काल बाद ही उन्हें बोर्ड का मुख्य कार्यकारी अधिकारी नियुक्त किया गया था. यह नियुक्ति सरकार गठन के मात्र एक-दो दिनों के अन्दर की गयी थी जब आपने पद संभालते ही कतिपय आईएएस अधिकारियों की आनन-फानन में नियुक्ति की. अतः इस रूप में स्पष्ट है कि श्री विजय कुमार आपकी “पसंद के अधिकारी” हैं. आप सहमत होंगे कि शासकीय दायित्वों में व्यक्तिगत पसंद और नापसन्दी के लिए कोई स्थान नहीं होता है बल्कि मात्र नीतियाँ और क़ानून ही सबों को संचालित करते हैं. ऐसे में जब आपके द्वारा अत्यंत उच्च आदर्शों के आधार पर जनता का मत प्राप्त किया गया है तो आपसे यह निश्चित रूप से अपेक्षा की जायेगी कि आप निरंतर उन आदर्शों का निर्हवान करेंगे. अतः आपसे निवेदन है कि व्यक्तिगत पसंद-नापसंद से ऊपर उठ कर शासकीय नीति, रीति तथा व्यवस्था के विरुद्ध श्री विजय कुमार द्वारा अत्यंत महत्वपूर्ण शासकीय प्रेस कॉन्फ्रेंस में एक राजनैतिक व्यक्ति को बैठाने और इसके माध्यम से जनमानस में गलत सन्देश देने और स्थापित शासकीय व्यवस्था का उल्लंघन किये जाने के सम्बन्ध में किसी वरिष्ठ अधिकारी से जांच करा कर जांच आख्या में दोषी पाए जाने की दशा में नियमानुसार उनका उत्तरदायित्व निर्धारित करने की कृपा करें जाए ताकि यह संदेश ना जाए कि विजय कुमार के मुख्यमंत्री के “पसंद के अधिकारी” होने के नाते उन पर अलग नियम लागू होते हैं.
भवदीय
डॉ. नूतन ठाकुर, 5/426, विराम खंड, गोमती नगर, लखनऊ
094155-34525