अगर मीडिया में चल रही ख़बरों में कुछ थोड़ी बहुत भी सच्चाई है तो फिर यह माननीय होम मिनिस्टर जी के लिए एक चक्रव्यूह की रचना का बीजारोपण हो चुका है ? क्योंकि वह उत्तर प्रदेस के पूर्व मुख्य मंत्री के साथ साथ दो बार अपनी पार्टी के अध्यक्ष भी रह चुके है आज आडवाणी जी का बाद उनका ही कद सबसे बड़ा है ? सरकार में नंबर दो होने के बाद भी सरकार पर उनकी कोई पकड़ नहीं है ! और उनके कद को देखते हुए भले ही मोदी जी पी एम होने बाद भी आदेश देने में सक्षम नहीं हैं ? यह इस बात से परिलक्षित होता है कि देश की तमाम घटनाओं और नीतिगत घोषणाओं का विवरण अधिकांश समय वित्त मंत्री देते है जबकि यह कार्य पी एम् के बाद होम मिनिस्टर का होता है ? इसी बरचश्व की लड़ाई के कारण ही उनको यू पी में मुख्य मंत्री का चेहरा बनाने की फुलझड़ी छोड़ी गई है । क्योंकि यह सच ही नहीं एक सौ एक प्रतिशत सच है की बिहार और दिल्ली, वेस्ट बंगाल, केरल, तमिलनाडु और पुदुचेरी में मुंह की खाने के बाद, असम में कुछ पुराने कांग्रेसियों की ऊँगली पकड़ कर अपना मुंह उजला कर लिया ? लेकिन उत्तर प्रदेस में और बुरा हाल होने जा रहा है ? शायद इसी लिए बीजेपी उनको यू पी में में चेहरा बनाना चाहती है , जीत गए तो पीछा छूटेगा और हर गए तो भो पीछा छूट जायेगा ? लेकिन हमारे ठाकुर साहेब इस चक्रव्यूह में फसने वाले नहीं हैं ।
एस.पी.सिंह, मेरठ।