ICICI बैंक की मैनेजिंग डायरेक्टर चंदा कोचर छुट्टी पर गई या लंबी छुट्टी पर भेज दिया?

हेमेन्द्र सोनी
जी हां यह वही चंदा कोचर है जिसने ICICI बैंक को अपनी मेहनत और काबिलियत से नई ऊंचाइयों तक पहुचाया ।
लेकिन वीडियोकॉन ग्रुप को लोन देने में हुई गड़बड़ ओर विवाद में उनका ओर उनके पति का नाम आने के बाद से वो मुश्किल में चल रही थी । उन पर आरोप लगने लगें थे कि उक्त वीडियोकॉन समूह को लोन देने में उन्हें निजी तौर पर लाभ हुवा है ।
इस कारण उन्हें पद पे बने रहने के लिए कड़ी कोशिस करनी पड़ रही थी ।
बैंक ने उनके खिलाफ “कांफ्लिक्ट ऑफ इंटरेस्ट” ओर निजी लाभ के लिए काम करने के आरोपो की स्वतंत्र जांच कराने के आदेश दिए थे जिसकी जांच शुरू होने के मात्र दो दिन बाद ही वह छुट्टी पर चली गई ।
कुछ मीडिया रिपोर्ट में दावा किया गया है कि उन्हें अनिश्चित काल के लिए छुट्टी पर भेज दिया है, ओर उन्हें छुट्टी पर भेजने का फैसला बोर्ड द्वारा लिये गया है ।
अब देखने वाली बात यह होगी कि जांच में क्या निकल कर आता है, क्या जांच पूरी होने के बाद वो फिर से बैंक आ पाएगी??? इस सवाल का जवाब जांच पूरी होने के बाद ही मिलेगा की वो दोषी पाई जाती है या नही, लेकिन यह बात तो निश्चित है कि जब इतना बड़ा घोटाला उजागर हुवा है तो जांच में दोषी ना पाई जाए इनकी संभावना कम ही दिखाई देती है ।
इस जांच से सीधे सीधे उनका भविष्य भी जुड़ा है कि यदि वो दोषी पाई जाती है तो उनके खिलाफ बोर्ड क्या एक्शन लेता है? और क्या दोषी पाए जाने के बोर्ड बाद मुकदमा दर्ज कराया जाता है ?? या नुकसान की भरपाई के लिए वसूली की जाती है??? या जांच रिपोर्ट आने के बाद बोर्ड क्या रुख अपनाता है, यह सब आने वाला समय ही बताएगा ।
कई बैंको द्वारा बड़े बड़े औद्योगिक घरानों को दिए जाने वाले लोन में बैंको के अधिकारियों और उन घरानों के मध्य आपसी सांठ गांठ के किस्से पहले भी सामने आते रहे है और जब उन घरानों द्वारा समय पर लोन नही चुकाया जाता है तब बैंको को उसका खामियाजा भुगतना पड़ता है और सीधे सीधे बैंको को नुकसान उठाना पड़ता है । जिस कारण बैंको के NPA में बढ़ोतरी होती है । इससे बचने के लिए बैंको के NPA बढ़ने के लिए जो जिम्मेदार अधिकारी है उन अधिकारियों को पाबंद किया जाना चाहिए और उनकी संपत्ति में से वसूली होनी चाहिए ।
हेमेन्द्र सोनी @ BDN जिला ब्यावर

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