लोकसभा चुनाव के लिए कांग्रेस ने भी पूरी तरह कमर कस ली है। चुनावी मैदान में जनता तक पहुंचने की हर संभव कोशिश के तहत पार्टी का ‘डिजिटल वार’ शुरू हो गया है।
सरकार की नीतियों और उपलब्धियों को आम आदमी तक पहुंचाने के लिए कांग्रेस ने एक ऑनलाइन टीम गठित की है। इस टीम की कमान पार्टी महासचिव दिग्विजय सिंह को सौंपी गई है। वहीं, हरियाणा के युवा नेता दीपेंद्र सिंह हुड्डा को उनका सहयोगी नियुक्त किया गया है।
जनता तक पहुंच बनाने के लिए कांग्रेस ने डिजिटल मीडियम पर एक बड़ी राशि खर्च करने का निर्णय लिया है। वहीं, यूपीए सरकार ने भी अपनी योजनाओं और उपलब्धियों को जनता के सामने लाने के लिए पांच हजार करोड़ का बजट रखा है।
कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के निर्देश पर बनी यह टीम यूपीए सरकार की उपलब्धियों को उजागर करने के लिए बड़ी संख्या में वेबसाइट और डिस्कशन बोर्डों का गठन करेगी। पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को सोशल मीडिया के जरिए भी लोगों से जुड़ने के लिए कहा गया है।
राहुल गांधी और गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर सोशल मीडिया पर छिड़ी बहस के बाद कांग्रेस भी आक्रामक मुद्रा में आ गई है। कांग्रेस ने भी सोशल साइट्स के जरिए अब भाजपा पर जवाबी हमला करने का निर्णय लिया है। पार्टी के निशाने पर खास तौर पर नरेंद्र मोदी हैं।
गौरतलब है कि हाल ही में नरेंद्र मोदी के दिल्ली और कोलकाता में दिए गए भाषण के बाद सोशल मीडिया पर बहस छिड़ गई थी। ट्विटर पर मोदी को ‘फेकू’ और राहुल गांधी को ‘पप्पू’ कहकर यूजर्स ने काफी कमेंट किए। इसके बाद से ही कांग्रेस ने सोशल मीडिया पर अपनी उपस्थिति बढ़ाने का निर्णय लिया।
याद दिला दें कि करीब पांच साल पहले भाजपा के ऑनलाइन सेल ने डिजिटल चुनावी प्रचार की शुरुआत की थी। 2009 के लोकसभा चुनाव में भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार लाल कृष्ण आडवाणी के करीबी माने जाने वाले सुधींद्र कुलकर्णी ने प्रोफेशनल्स और पार्टी के कद्दावार नेताओं के साथ ऑनलाइन प्रचार में अहम भूमिका निभाई थी।