मनीष तिवारी का मोदी को खुला चैलेंज, ‘राहुल को छोड़ो, हमसे चाहे जहां बहस करो’

manish tiwariकेंद्रीय मंत्री और कांग्रेस के प्रवक्‍ता मनीष तिवारी ने बीजेपी के अघोषित पीएम कैंडीडेट नरेंद्र मोदी पर सीधा हमला बोला है। मनीष तिवारी ने अर्थव्‍यवस्‍था के मुद्दे पर मोदी की ओर से लगाए आरोपों पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि वह जगह चुन लें और बहस कर लें, चाहे जिस मुद्दे पर। मनीष तिवारी से जब राहुल गांधी के बारे में सवाल पूछा गया कि वह मोदी के सामने बालते क्‍यों नहीं हैं तो तिवारी बोले कि मोदी पहले उनसे तो निपट लें फिर राहुल गांधी से बात करें।

क्‍या आरोप लगाए थे मोदी ने:
 गुजरात के मुख्यमंत्री नरेद्र मोदी ने कहा कि प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह कहते है कि पैसा पेड़ पर नहीं उगता है, लेकिन उनका मानना है कि सही नेतृत्व हो तो पैसा खेतों और फैक्ट्रियों में उगाया जा सकता है। मोदी ने यहां एक कार्यक्रम में कहा कि जब वह गुजरात के मुख्यमंत्री बने तो उस समय गुजरात का राजस्व घाटा 6700 करोड़ रुपए था, लेकिन आज यह घाटा खत्म हो चुका है और राज्य के खजाने में अधिक नकदी है। उन्होंने इस बात पर आश्चर्य जताया कि भारत में राजस्व की अधिकता होनी चाहिए, लेकिन देश आज राजस्व घाटे में चल रहा है। उन्होंने कहा कि यदि सही समय पर सही निर्णय लिया जाए तो देश का आर्थिक परिदृश्य ही बदल सकता है।

मोदी का भाव बस 5 रुपये: भारतीय जनता पार्टी ने नरेंद्र मोदी की बढ़ती लोकप्रियता को भुनाने का नया फंडा निकाला है। पार्टी ने हैदराबाद में आयोजित होने वाली मोदी की रैली में आने वालों से पांच रुपये शुल्क के रूप में लेने का फैसला किया है। यह रैली 11 अगस्त को होने जा रही है। इस रैली से जुटाई गई राशि को पार्टी उत्तराखंड बाढ़ पीड़ितों को देगी। दूसरी ओर कांग्रेस ने मोदी की हैदराबाद में होने वाली रैली में  टिकट लगाए जाने पर चुटकी ली है। केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री मनीष तिवारी ने मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि बाबाओं के प्रवचन सुनने के लिए 100 से 1 लाख रुपये तक के टिकट खरीदने होते हैं। बॉक्स ऑफिस पर सिनेमा का टिकट 200 से 500 रुपये में मिलती है, लेकिन मुख्यमंत्री को सुनने के लिए सिर्फ पांच रुपये का फ्लॉप टिकट रखा गया है। मनीष तिवारी ने कहा कि इससे मोदी की मार्केट वैल्यू पता चलती है।

सांप्रदायिकता का पहिया कुत्ते के बच्चे को कुचल देता है: सूचना प्रसारण मंत्री मनीष तिवारी ने ट्विटर के जरिए इसका जवाब देते हुए कहा कि सेकुरिज्म का बुर्का सबको साथ लेकर चलता है, लेकिन सांप्रदायिकता का पहिया कुत्ते के बच्चे को भी कुचल देता है। अगर कोई पपी आपकी कार के नीचे आ जाता है तो आपके पास दो विकल्प हैं। पहला ये कि उसे दुलार करें और दूसरा उसे दोबारा कुचल दें। जो आदमी दूसरा काम करता हो उसे आप क्या कहेंगे।

मनीष तिवारी बोले, बीजेपी के लिए दिल्‍ली दूर है: भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) में अगले आम चुनाव में गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री का प्रत्याशी के रूप में पेश किया जाए या नहीं इस पर बहस छिड़े रहने के बीच केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री मनीष तिवारी ने मंगलवार को कहा कि बीजेपी के लिए अभी दिल्ली दूर है। तिवारी ने कहा कि बीजेपी ने 2004 के चुनाव में अटल बिहारी वाजपेयी को प्रधानमंत्री पद के प्रत्याशी के रूप में पेश किया था और वह पराजित रही। http://hindi.in.com

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