ग्राम पंचायत रियांबडी द्वारा दुरूपयोग करके भूखण्ड आवंटित

ग्राम पंचायत रियंाबड़ी द्वारा श्री नथमल पारासर पुत्र श्री जेठमल पारासर, जाति ब्राम्हण, निवासी रियांबड़ी, तहसील रियांबड़ी, जिला नागौर जो की रियंाबड़ी सामुदायिक स्वा. केन्द्र में कार्यरत है जिसकी उपखण्ड अधिकारी महोदय द्वारा नियुक्त की गई है जो लगभग चार वर्षाें से नौकरी कर रहा है और सरकारी वेतनभोगी है और जिसके पास अपने पिता की सम्पत्ति से प्राप्त निजी मकान और जमीन है तथा जिसकी पत्नी आंगनबाड़ी में सहयोगिनी के पद पर नियमित कार्यरत है तथा वह भी सरकारी वेतनभोगी है एवं ग्राम पचंायत रियंाबड़ी ने नथमल पारासर को किस आधार पर और किस योजना के तहत एक 25 बाई 50 का भूखण्ड जारी कर दिया ? उक्त मामले की जांच करवाएं तथा क्या यह उचित है ? क्या भूखण्ड देना इसको इतना जरूरी था कि यह अन्य भूमिहीन व गरीब लोगों से अधिक गरीब है। ग्राम पंचायत ने अपने पद का दुरूपयोग करके सरकारी अमानत में खयानत की है तथा भ्रष्टाचार भी फैलाया है। क्योंकि मुझे पूर्ण विश्वास है कि यह भूखण्ड रिश्वत लेकर ऐलोट किया गया है। मैने ग्राम सेवक से पूछ-ताछ की तो कृष्ण गोपाल ग्राम सचिव मुझे बेवकूफ समझकर अपने स्वयं के बारे में ही कह रहा था कि ‘‘यह तो ग्रामसेवक की महरबानी से दिया गया है’’ जबकि वह स्वयं ग्रामसेवक के पद पर नियुक्त है। तो क्या यह ग्राम सेवक की निजी भूमि है ? जो नथमल पारासर को ऐलोट कर दी गई है।
Manish Vyas

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