मुद्रित मूल्य से अधिक मूल्य पर बेची जा रही शराब, प्रशासन मौन

नाहरगढ़ कस्बे में स्थित पेटोल पम्प के पास बारां रोड़ स्थित अंग्रेजी शराब की निर्धारित दुकान पर देशी का पव्वा 50 रूप्ये में उपलब्धहै एव, 5000, किंग फीसर, बुलुट टयूबर बीयर की बोतल 94 रूप्ये की जगह 110 से 120 तक में आसानी से बेची जा रही है। सहरिया क्षेत्र होने के कारण शराब क बिक्री जोरों पर है। जो सहरिया मजदूरी करके कुछ पैसे कमाकर अपने गाड़े पसीने की कमाई शराब की बुरी लत से शराब के ठेकेदरों की चांदी हो रही है। इससे पताा लगता है कि लाइसेंसी अंग्रेजी शराब की दुकान पर प्रिन्ट रेट से भी ज्यादा रूप्यें लेकर शराब का बेचान किया जा रहा है। जो नियम विरूद्ध है। इस दुकान में तीन पंचायतों के आदमी आकर शराब की खरीददारी करते है। जिस पर आबकारी विभाग का कोई ध्यान नहीं है। इस क्षेत्र में शराब के ठेकेदारों के होंसले इतने बुलंद हो जाने के कारण आम जनता को भारी परेशानी उठानी पड़ती है।कहीं शराबी रोड़, कीचड़, नुक्कड़ , पब्लिक पैलेस, एवं सरकारी भवनों के आस-पास पड़े मिलते है। देखने पर यह मिला की अंेग्रजी व देशी शराब की दुकान के सामने बैठकर शराबी शराब पीने का आनन्द लेते हैं व शराब के ठेकेदार द्वारा उन्हे मना नहीं किया जाता है। वहीं शराब की दुकान के साथ ही अण्डे की दुकान भी स्थित है। जिस पर बैटकर शराबी शराब का सेवन करते है। जिससे लगता है कि शराब की दुकान बीयर बार का रूप् लेती जा रही है।
संवाददाता द्वारा जानकारी लेने पर ग्रामवासी मुकुट, कैलाश, जितेन्द्र सहित ग्रामीणों ने बताया कि अंग्रेजी की शराब की दुकान पर अधिक प्रिन्ट मूल्य से अधिक लिया जा रहा हैं टयूबर बीयर 94 रूप्ये की प्रिन्ट मूल्य की बीयर की बोतल को 110 रूप्ये में बेचकर आबकारी विभाग के नियमों की धज्जियां उड़ा रहे हैं। उचित मूल्य की बात करने पर कहते है कि 110 रूप्ये की कोई सी भी बीयर की बोतल है लेना हो तो लो वरना कहीं भी शिकायत करो या कहीं और से लेकर पीयो।
आवकारी विभाग की निष्क्रयता से शराब के ठेकेदार के होंसले इतने बुलंद है कि प्रिन्ट मूल्य से भी अधिक मूल्य पर शराब का बेचान कर आबकारी विभाग को ठेंगा बता रहे है। इससे यह पता लगता है कि शराब के ठेकेदारों के राजस्थान सरकार द्वारा निर्धारित मूल्य की भी धज्जियां उड़ाकर अधिक रेट में बेचान किया जा रहा है।
नाहरगढ़ कस्बेमें स्थित अंग्रेजी शराब की दो दुकानों में से गीगचा रोड व बारां रोड़ पर सिथत है उन पर अंग्रेजी शराब के ठेकेदार सरकार द्वारा मुद्रित दर से अधिेक दर मे बेचकर अधिक मुनाफा करा रहे है। दुकान पर न तो रेट लिस्ट है। न ही प्रिन्ट रेट पर शराब बेचान कर रहे है। जिससे पता लगता है कि ठेकेदार द्वारा अधिक मूल्य में शराब का बेचान कर सरकारी नियमेां की खुलेआम धज्जियां उडा रहे है।
आबकारी अधिकारी तपेश जैन से बात करने पर कहा कि अगर प्रिन्ट मूल्य से ज्यादा बेचान कर रहा है तो गलत है। जांच कर उचित कार्यवाही की जायेगी।
हरिश कुमार शर्मा, किशनगंज

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