जिला स्तरीय पद्माक्षी एवं गार्गी पुरस्कार वितरण समारोह आयोजित

अजमेर, 10 फरवरी।  जिला स्तरीय पद्माक्षी एवं गार्गी पुरस्कार वितरण समारोह शनिवार को जवाहर रंगमंच में आयोजित हुआ। इसमें शिक्षा राज्य मंत्री श्री वासुदेव देवनानी ने कहा कि बालिका शिक्षा में बढ़ोतरी होने से राजस्थान प्रदेश का शैक्षिक भविष्य उज्ज्वल है। इस समारोह की आयोजक एचकेएच पब्लिक स्कूल थी।

    श्री देवनानी ने कहा कि राजस्थान में बालिकाओं की शिक्षा में गुणात्मक वृद्वि हुई है। इसी का परिणाम है कि गार्गी पुरस्कार प्राप्त करने वाली बालिकओं की संख्या आरम्भ में 44 हजार के करीब थी। जो बढ़कर लगभग एक लाख 26 हजार हो गई है। बालिकाएं समाज और देश का भविष्य है। बालिका के शिक्षित होने से स्वयं के साथ-साथ परिवार एवं आने वाली पीढ़ी उन्नत होंगे।

    उन्होंने कहा कि शिक्षा के द्वारा व्यक्ति सभ्य और सुसंस्कृत बनता है। शिक्षा में अव्वल रहने वाली प्रतिभाओं का सम्मान समाज एवं राज्य का उत्तरदायित्व है। प्रोत्साहन राशि एक प्रतीक मात्र है। इसका उद्देश्य शिक्षा के लिए विद्यार्थियों को प्रेरणा देना है। विद्यार्थियों में नई सोच एवं दिशा को विकसित करना पुरस्कारों का उद्देश्य होता है। सरकार के द्वारा आरम्भ किए गए विभिन्न पुरस्कार अपने इस उद्देश्य में सफल रहे है।

    उन्होंने कहा कि शैक्षिक सत्र 2013-14 में राजस्थान देश में 26वें स्थान पर था। वर्तमान में यह तीसरे स्थान पर है। ऎसा राज्य सरकार एवं समाज के द्वारा साथ मिलकर शिक्षा का उत्तम वातावरण निर्मित करने से हुआ है।

    जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक प्रथम श्री तेजपाल उपाध्याय ने कहा कि बालिका शिक्षा फाउंडेश के माध्यम से राजय में बालिका शिक्षा को प्रोत्साहित करने के लिए योजनाएं चलायी जा रही है। इनमें गार्गी पुरस्कार के अन्तर्गत 75 प्रतिशत से अधिक अंक लाने वाली बालिकाओं को माध्यमिक स्तर पर तीन हजार एवं उच्च माध्यमिक स्तर पर 5 हजार की प्रोत्साहन राशि प्रदान की जाती है। पद्माक्षी पुरस्कार सामान्य, अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, अन्य पिछड़ा वर्ग, दिव्यांग, अल्पसंख्यक, विशेष पिछड़ा वर्ग तथा बीपीएल श्रेणी में दिए जाते है। प्रत्येक वर्ग की बालिका जिसने जिले में सर्वोच्च स्थान प्राप्त किया है को आंठवीं के लिए 40 हजार, दसवी के लिए 75 हजार एवं 12वीं के लिए एक लाख का चैक प्रदान किया जाता है। मुख्यमंत्री हमारी बेटी योजना के अन्तर्गत बालिका को कोचिंग एवं कॉलेज के समस्त व्यय का भुगतान राज्य सरकार द्वारा किया जाता है। राजस्थान ओपन बोर्ड में सर्वोच्च स्थान प्राप्त करने वाले बालकों को एकलव्य एवं बालिकाओं को मीरां पुरस्कार प्रदान किया जाता है। इसमें 3100 रूपए की प्रोत्साहन राशि दी जाती है।

इन्हें मिला पद्माक्षी पुरस्कार

कक्षा 8वीें के लिए सामान्य वर्ग से कीर्ति अग्रवाल, अनुसूचित जाति वर्ग से ख्याति गोस्वामी, अनुसूचित जनजाति वर्ग से प्रिंयका मीना, अन्य पिछड़ा वर्ग से शाहीन अफरोज, विकलांग वर्ग से सुनिता जोगी, अल्पसंख्यक वर्ग से पयांसी जैन, विशेष पिछड़ा वर्ग से मंजू गुर्जर तथा बीपीएल वर्ग से अंजलि यादव ने सर्वोच्च अंक प्राप्त कर पद्माक्षी पुरस्कार सूची में अपना नाम दर्ज करवाया। कक्षा 10वीें के लिए सामान्य वर्ग से अदिति मंगल, अनुसूचित जाति वर्ग से तमन्ना कटिरिया, अनुसूचित जनजाति वर्ग से आरती मीना, अन्य पिछड़ा वर्ग से निकिता चौधरी, विकलांग वर्ग से भावना रावत, अल्पसंख्यक वर्ग से खुशी संचेती, विशेष पिछड़ा वर्ग से वैशाली गुर्जर तथा बीपीएल वर्ग से खुशी कनौजिया को पद्माक्षी पुरस्कार मिला। इसी प्रकार कक्षा 12वीें के लिए सामान्य वर्ग से कशिश मोहनानी, अनुसूचित जाति वर्ग से अक्षिता बसिटा, अनुसूचित जनजाति वर्ग से कल्पना मीना, अन्य पिछड़ा वर्ग से शोभा चौधरी, विकलांग वर्ग से कृष्णा सेन, अल्पसंख्यक वर्ग से दीपिका जैन, विशेष पिछड़ा वर्ग से रूपाली गुर्जर तथा बीपीएल वर्ग से दीपाली पंण्डित को पद्माक्षी पुरस्कार प्रदान किया गया।

    इसी प्रकार मुख्यमंत्री हमारी बेटी योजना में रूपाली गुर्जर, प्रियंका जाधव, चेतना वर्मा, अर्चना खारोल, निधि शर्मा, तमन्ना कतिरिया, आरती मीना एवं पिंकी साहू को उनकी कोचिंग एवं शिक्षण संस्थान का समस्त व्यय किया गया। राजस्थान ओपन बोर्ड के अन्तर्गत कक्षा 10वीें के लिए नरेन्द्र कुडिया को एकलव्य तथा नुपुर शर्मा एवं वंशिका सिसोदिया को मीरां पुरस्कार और कक्षा 12वीं के लिए जैन सौम्या विरेन्द्र को मीरां पुरस्कार तथा सोजीराम जांगिड़ को एकलव्य पुरस्कार के लिए सम्मानित किया गया।

    समारोह में सत्र 2017-18 कक्षा 10वीं की एक हजार 71 तथा 12वीं कला वर्ग की 677, विज्ञान वर्ग की 480 एवं वाणिज्य वर्ग की  217 बालिकाओं को गार्गी पुरस्कार प्रदान किया गया। शैक्षिक सत्र 2016-17 में कक्षा 10वीं की एक हजार 70 तथा कक्षा 12वीं कला वर्ग की 416, विज्ञान वर्ग की 268 एवं वाणिज्य वर्ग की 161 बालिकाएं गार्गी पुरस्कार के लिए योग्य पायी गई थी।

    इस अवसर पर उप निदेशक माध्यमिक शिक्षा श्री सीताराम गर्ग, उप निदेशक प्रारम्भिक शिक्षा श्री जीवाराम जाट, जिला शिक्षा अधिकारी तथा एचकेएच पब्लिक स्कूल के प्रशासक श्री अजय ठाकुर उपस्थित थे।

शिक्षुता परीक्षा 20 फरवरी से

अजमेर, 10 फरवरी।  शिक्षुता परीक्षा के लिए द्वितीय स्तर कर परीक्षा 20 फरवरी से आरम्भ होगी। औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान माखुपुरा के प्रधानाचार्य ने बताया कि जिले के विभिन्न प्रतिष्ठानों से प्रश्ििक्षत शिक्षु जो 106वीं शिक्षुता परीक्षा नहीं दे पाए अथवा अनुतीर्ण रहे। उन्हें शिक्षुता परीक्षा का द्वितीय अवसर प्रदान किया जा रहा है। इनकी ऑनलाइन परीक्षा 20 फरवरी से 23 फरवरी तक आयोजित होगी। प्रशिक्षण संस्थान विद्यार्थियों के प्रवेश पत्र 14 फरवरी को डाउनलोड कर सकते है। सैद्धांतिक परीक्षा 20 एवं 21 फरवरी को तथा कार्यशाला गणना विज्ञान एवं रोजगारपरक कौशल की परीक्षा 22 फरवरी को आयोजित होगी।

प्रयोगशाला सहायक के लिए काउंसलिंग 12 फरवी को

अजमेर, 10 फरवरी। जिले में तृतीय वेतन श्रृंखला पर प्रयोगयााला सहायक की भर्ती के लिए राजस्थान अधिनस्थ एवं मंत्रालयिक सेवा चयन बोर्ड द्वारा चयनित अभ्यर्थियों की काउंसलिंग सोमवार 12 फरवरी को प्रातः 10.30 बजे तोपदड़ा स्थित स्काउट मण्डल मुख्यालय के सभागार में आयोजित होगी।

    जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक प्रथम श्री तेजपाल उपाध्याय ने बताया कि प्रयोगशाला सहायक भर्ती वर्ष 2016 के पद पर चयनित अभ्यर्थियाें की काउंसलिंग एवं पदस्थापन के लिए प्राथमिकता निर्धारण 12 फरवरी को होगा। काउंसलिंग के समय पंजीयन के साथ ही विभिन्न दस्तावेज जमा किए जाएंगे। चयनित अभ्यर्थियों की सूची राजरमसा वैबसाइट पर उपलब्ध है। काउंसलिंग वरियता क्रम की अस्थायी सूची को पूर्व में जारी कर आपत्तियां मांगी गई है। अन्तिम वरियता सूची के आधार पर जिले में 59 प्रयोगशाला सहायको का पदस्थापन किया जाएगा।

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