लवली प्रोफेशनल युनिवर्सीटी में शुरू हुआ बच्चों का विज्ञान कांग्रेस

ऽ बच्चों के विज्ञान कांग्रेस में प्रदर्शित किए गए लगभग 120 वैज्ञानिक प्रयोग
ऽ प्रत्येक राज्य की विजेता इंट्री प्रदर्शित
ऽ 7 जनवरी 2019 तक जारी रहेगा आयोजन

फगवाड़ा, जनवरी 04, 2019: लवली प्रोफेशनल युनिवर्सीटी में जारी 106वें भारतीय विज्ञान कांग्रेस के दौरान दो नोबल पुरस्कार विजेताओं ने इस आयोजन के बाल प्रभाग ‘बच्चों के विज्ञान कांग्रेस’ का उद्घाटन किया।
नोबल विद्वान एफ. डंकन एम. हाल्देन और अवराम हर्शेको ने बच्चों के विज्ञान कांग्रेस का उद्घाटन किया। इसका मकसद बच्चों की वैज्ञानिक बुद्धि को जागृत करना है। बच्चों के विज्ञान कांग्रेस में कम्पोजिट ईंट बनाने से लेकर गार्बेज़ एटीएम तक, पूरे देश से प्राप्त लगभग 120 वैज्ञानिक प्रयोग प्रदर्शित किए गए हैं। प्रत्येक राज्य के विजेता प्रयोग भी कांग्रेस में प्रदर्शित किए गए हैं। आयोजन 7 जनवरी 2019 तक जारी रहेगा।
विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के आर्थिक सहयोग से जारी बच्चों का विज्ञान कांग्रेस 1993 से भारतीय विज्ञान कांग्रेस के तहत एक अलग प्रभाग के रूप में आयोजित किया जाता है। गौरतलब है कि प्रदर्शित सभी प्रयोगों में 56 प्रतिशत इनोवेशन लड़कियों के हैं और लगभग 44 प्रतिशत वैज्ञानिक प्रयोग ग्रामीण भारत के बच्चों के हैं।
विज्ञान कांग्रेस के उद्घाटन के बाद नोबल विद्वान एफ. डंकन एम. हाल्देन ने कहा कि वैज्ञानिक विषयों में बच्चों की अभिरुचि जागृत करने में सबसे बड़ी भूमिका शिक्षकों की होती है। ‘‘मेरे विज्ञान से जुड़ने का मुख्य कारण मेरे शिक्षक रहे हैं,’’ उन्हांेने बताया।
विज्ञान कांग्रेस का आयोजन करने वाली लवली प्रोफेशनल युनिवर्सीटी के चांस्लर ने कहा कि बच्चों के विज्ञान कांग्रेस में प्रदर्शित कुछ प्रोजेक्ट की गुणवत्ता ग्रैजुएट विद्यार्थियों के प्रोजेक्ट से बेहतर दिखती है।
एलपीयू का परिचय
लवली प्रोफेशनल युनिवर्सीटी (एलपीयू) की स्थापना 2005 में की गई। यह जलंधर, पंजाब आधारित प्राइवेट युनिवर्सीटी है। जलंधर के बाहरी हिस्से में इसका 600 एकड़ से बड़ा कैम्पस है। इसमें कई प्रकार के कोर्स हैं जो विभिन्न विषयों जैसे कि इंजीनियरिंग, होटल मैनेजमेंट एवं टुरिज्म, आर्किटेक्चर एवं डिज़ाइन, फार्मास्युटिकल विज्ञान, कृषि, फैशन डिज़ाइन, जर्नलिज़्म, फिल्म एवं क्रिएटिव आर्ट, कानून, फीजियोथिरैपी और पैरामेडिकल विज्ञान के साथ-साथ कलाओं एवं भाषाओं से जुड़े हैं।

वर्तमान में एलपीयू में 25,000 से अधिक विद्यार्थी नामांकित हैं। इसमें फुल-टाइम और पार्ट-टाइम कोर्स हैं। एलपीयू में 50 से अधिक देशों के विद्यार्थी पढ़ते हैं और विविधता को बढ़ावा देते हैं। इसके विशाल कैम्पस में अपना शॉपिंग मॉल, विद्यार्थियों के लिए मैक लैब (ऐपल ऐप डेवलप करने और लागू करने के लिए), एवियेशन लैब, स्केटिंग रिंक, इन-हाउस बोलिंग कॉम्प्लेक्स, कन्वीनियंस स्टोर और कई फूड कियोस्क हैं।

एलपीयू का सपना एक उच्च कोटि का शिक्षा संस्थान बनना है जो उद्योग जगत और समाज में उल्लेखनीय योगदान देते हुए दुनिया में नाम करे। इस सपने को पूरा करने के लिए एलपीयू शिक्षण, ज्ञान अर्जन, शोध, अंतर्राष्ट्रीयकरण, उद्यमशीलता और नेतृत्व के माध्यम से उत्कृष्टता का प्रदर्शन करता है। एलपीयू का लक्ष्य उद्योग और शिक्षा जगत के बीच परस्पर सहयोग का संबंध कायम करना है और अपने ग्रैजुएट को आजीवन सीखने के लिए उत्साहित करना है। इस उद्देश्य से विश्लेषण एवं नेतृत्व कैशल पर जोर दिया जाता है।
अधिक जानकारी के लिए देखें:ीजजचेरूध्ध्ूूूण्सचनण्पदध्

भारतीय विज्ञान कांग्रेस संघ का परिचय
भारतीय विज्ञान कांग्रेस संघ (आईएससीए) भारत का प्रमुख वैज्ञानिक संगठन है। इसका मुख्यालय कोलकाता, पश्चिम बंगाल में है। संघ ने कोलकाता से ही 1914 में कार्यारंभ किया और इसके गठन के पीछे दो ब्रिटिश रसायन वैज्ञानिकों – प्रो. जे एल सामइनसेन और प्रो. पी एस मैकमोहन की दूरदृष्टि और प्रयास का बड़ा योगदान रहा है। दोनों चाहते थे कि भारत में भी ब्रिटिश एसोसिएशन फॉर द एडवांसमेंट ऑफ साइंस की तर्ज पर शोधकर्मियों का सालाना समारोह हो। केवल 105 सदस्यों से आरंभ आईएससीए की सदस्यता में आज 30,000 से अधिक वैज्ञानिक हैं।
अधिक जानकारी के लिए:http://www.sciencecongress.nic.in/

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