धामनियाँ के कर्मवीरो ने ठाना है कोरोना को हराना है

सुमित्रा चौधरी
सुरेश चौधरी
सुशिला
विजय पाल चौधरी
कोरोना वायरस से पूरा देश संघर्ष कर रहा है ।लोग अपने परिवार को सुरक्षित रखने के लिए घर में रह रहे हैं। लेकिन इस विषम परिस्थितियों में कुछ कर्मवीर ऐसे हैं जो अपनी व अपने परिवार की चिंता किए बैगर दिन रात कोरोना के खिलाफ जंग लड़ रहे हैं ।मेड़ता के निकटवर्ती छोटे से गांव धामणिया से एक मध्यम किसान परिवार किसनाराम राव के दो बेटे व दोनो बहू कोरोना को हराने के लिए बड़े मुस्तैदी से मैदान में डटे हैं।
छोटा बेटा सुरेश राव राजस्थान पुलिस एसडीआरएफ कंट्रोल रूम जयपुर में इन दिनों अपनी सेवाएं दे रहे हैं जिनके सेवा भाव और कर्मठता से लोगडाउन की पालना हो रही है ।
और दूसरी ओर सुरेश की पत्नी सतराम (सुशिला) चौधरी राजस्थान पुलिस अपने कृत्यों को भीलवाड़ा में कोरोना के हाई रिस्क जोन में पूरी कर्तव्य निष्ठापूर्वक निभा रही है ।भीलवाड़ा हाई रिस्क जिले में 4 माह की गर्भवती होने के बाद भी अपनी निरंतर सेवा दे रही है ।दूसरी और बड़ा बेटा एडवोकेट विजयपाल चौधरी (समाजसेवी) अखिल भारतीय जाट महासभा संगठन एनजीओ की ओर से कोरोना कर्मवीर राजस्थान पुलिस के जांबाज सिपाही व जवान ,डॉक्टर ,नर्स और सफाई कर्मचारियों जो कोरोना से जंग लड़ रहे ।उन्के लिये सभी पुलिस थानों व सभी हॉस्पिटलों में मास्के ,सैनिटाइजर व डिटॉल साबुन आदि निशुल्क वितरण करते हैं। आज तक लगभग 20000 मास्क, सैनिटाइजर व साबुन का निशुल्क वितरण कर दिया है ।
वही एडवोकेट विजय पाल चौधरी की धर्मपत्नी सुमित्रा चौधरी भी इस जंग में पीछे नहीं है वह भी अपनी प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी को छोड़कर घर पर प्रतिदिन 500 मांस्क तैयार करती है। जो गांवो में गरीब व जरूरतमंद लोगों को निशुल्क वितरण करती है।
इने कर्मवीरों की माताजी मोहनी देवी ने बताया कि दोनों बेटा वे दोनों बहू रोज शाम को वीडियो कॉल करके पूरा परिवार एक साथ बात करते हैं। और सब का हालचाल पूछते हैं पिता ने बताया कि बेटे और बहू इस समय घर नहीं आ सकते कोरोना वायरस से पूरा देश लड़ रहा है उसमें मेरे परिवार का भी बहुत बड़ा योगदान है इने सब के कार्य को देख करके मैं बहुत खुश हूं और मुझे खुशी है कि मैंने ऐसे सुपुत्र वीरों को जन्म दिया जो इस विश्वव्यापी महामारी के खिलाफ कंधे से कंधा मिलाकर जंग लड़ रहे हैं ।
*सतराम(सुशिला) चौधरी राजस्थान पुलिस के जांबाज सिपाही ने परिवार व गांव वालों को दिया संदेश*
अपने सभी परिवार व गांव वालों को संदेश दिया है कि सरकार के नियमों की पालना, करें बेवजह घर से बाहर ना निकले, हमारे गांव में स्वास्थ्य सुविधाओं का काफी अभाव है। अगर यह बीमारी गांव ढाणी तक पहुंच गई तो नियंत्रित करना मुश्किल हो जाएगा। इसलिए सरकार की गाइडलाइन की पालना करें। वह घर में रहें ,स्वस्थ रहें ,और सुरक्षित रहें।

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