टाटा मोटर्स ने ट्रक ड्राइवरों और फ्लीट ऑपरेटरों को बिना किसी परेशानी के आपूर्ति चालू रखने के लिए दिया सम्पूर्ण सहयोग

मुंबई, 17 जून 2020 : भारत की सबसे बड़ी वाणिज्यिक वाहन विनिर्माता कंपनी, टाटा मोटर्स हमेशा ही परिवहन तंत्र में व्यापक सहयोग करता रहा है ताकि पूरे देश में आवश्यक आपूर्तियाँ निर्बाध रूप से चलती रहें. मौजूदा अभूतपूर्व वक्त में ट्रक ड्राइवरों, छोटे ट्रांसपोर्टरों, मँझोले ट्रांसपोर्ट ऑपेरटरों और फ्लीट मालिकों के साथ करीबी स्तर पर काम करते हुए टाटा मोटर्स ने परिवहन की मूल्य श्रृंखला की हर कड़ी में मौजूद और पनप रही परेशानियों का पता लगाया तथा सबसे कारगर और कार्यकुशल तरीके से उनके समाधान में सहयोग किया.

ट्रक ड्राइवरों और ट्रांसपोर्टरों के साथ सहयोग :
· देश भर में वस्तुओं की ढुलाई करने वाले अग्रिम पंक्ति के बहादुर ट्रक ड्राइवरों के लिए टाटा मोटर्स के सम्पूर्ण परिचालन नेटवर्क में जगह-जगह स्थित अनेक ‘सारथी आराम केन्द्रों’ में और पूरे देश में सबसे व्यस्त राष्ट्रीय एवं राज्य हाईवेज पर स्थित इंडियन ऑयल कंपनी के सुविधा केन्द्रों पर भोजन, मास्क और सैनिटाइजर की व्यवस्था की गयी है. इन सुविधाओं और सेवाओं की पेशकश से कई हज़ार ट्रक ड्राइवरों को लाभ हुआ.

· लॉकडाउन के दौरान सम्पूर्ण देश के ट्रक ड्राइवरों और ट्रांसपोर्टरों के लिए एक समर्पित 24×7 हेल्पलाइन 1800 209 7979 स्थापित की गयी. प्राप्त अनुरोधों पर त्वरित कार्यवाही के लिए 900 आपात प्रतिक्रिया दलों का गठन करके प्रमुख ट्रांसपोर्ट केन्द्रों और मार्गों में उपयुक्त स्थानों पर तैनात किया गया. इन दलों में 4,000 प्रशिक्षित और अनुभवी टेक्नीशियन शामिल थे जिन्हें देश भर में फैले टाटा मोटर्स के 1400 वर्कशॉप से चुना गया था. वाहनों के तीव्र टर्नअराउंड के लिए उन्हें शीघ्र सुलभ स्पेयर पार्ट्स से भरे 21 गोदामों का समर्थन प्राप्त था. वाहनों से सम्बंधित सहायता के लिए 10,000 से अधिक अनुरोध प्राप्त हुए जिनका फ़ौरन समाधान किया गया ताकि आपूर्तियों का पहिया चलता और आगे बढ़ता रहे.

· अपेक्षित मरम्मत और साफ़-सफाई की मदद देने के लिए वर्कशॉप्स को मानक परिचालन प्रक्रिया (एसओपी) की नयी व्यवस्था के साथ यथासंभव जल्द से जल्द चालू किया गया. ग्राहकों के साथ व्यवहार करते समय इन स्पष्ट निर्धारित न्यूनतम पारस्परिक क्रिया, व्यावहारिक सामाजिक दूरी का पालन, वाहन संपर्क और सैनिटाइजेशन आदि का पालन किया गया.
· राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन के दौरान वाणिज्यिक वाहनों की समाप्त होने वाली वारंटीज का समय आगे बढ़ा दिया गया है. इसी प्रकार, ग्राहकों के फायदे के लिए टाटा सुरक्षा वार्षिक अनुरक्षण अनुबंधों की समय-सीमा भी बढ़ा दी गयी है.

इस पहल के विषय में श्री आर.रामकृष्णन, ग्लोबल हेड-कस्टमर केयर, सीवीबीयू, टाटा मोटर्स लिमिटेड ने कहा कि, “ट्रक ड्राइवर और ट्रांसपोर्टर अग्रिम पंक्ति के हीरो हैं जैसा की उनलोगों ने सभी आपूर्तियों के निर्बाध परिवहन के साथ देश की गति जारी रखने में शानदार भूमिका का निर्वहन किया है. भारत के अग्रणी वाणिज्यिक वाहन विनिर्माता होने के नाते, उनमें से अधिकतर लोग हमारे वाहनों का प्रयोग करते हैं और सहायता के लिए हम ही उनकी पहली पसंद हैं. इस अभूतपूर्व समय में हम एक प्रतिबद्ध सहयोगी के रूप में उन्हें और उनके वाहनों को सभी संभव मदद पहुंचा रहे हैं. हमने उनके कठिन कार्य और जीवन को कुछ आसान बनाने के लिए अपनी कोशिशों में एक समग्रतापूर्ण दृष्टिकोण अपनाया है.

आपूर्तिकर्ता, विक्रेताओं और फ्लीट मालिकों के साथ सहयोग :
सामान्य आर्थिक गतिविधियों में भारी कमी के कारण मार झेल रहे सम्पूर्ण लॉजिस्टिक्स उद्योग के साथ टाटा मोटर्स ग्रुप की अनुषंगी कंपनी,टाटा मोटर्स फाइनेंस (टीएमएफ) ने अलग-अलग वर्गों और वाहन अनुप्रयोगों में अपने 3,000 ग्राहकों से बातचीत करके उनके सामने उत्पन्न मुख्य समस्याओं को समझने की कोशिश की और उसने अनुसार उन्‍हें सहायता पहुंचाई. फँसे और रुके वाहनों को चालू करना, कम फ्लीट का प्रयोग और न्यूनतम नकदी प्रवाह के कारण परिचालनगत व्यवहार्यता चिंता के मुख्य बिंदु के रूप में सामने आये.
उनकी कठिन स्थिति को समझते हुए और यह जानते हुए कि कोविड-19 के कारण अभूतपूर्व व्यवधान से हालत और भी खराब हो गए हैं, टीएमएफ ने विकल्प चुनने वाले अपने सभी कॉर्पोरेट ग्राहकों के लिए ईएमआइ के भुगतान पर आरबीआई का स्थगन आदेश लागू किया. टीएमएफ ऐसा करने वाला सबसे पहला फाइनेंसर तो था ही, यह अपने ग्राहकों के लिए अपनी-अपनी ज़रुरत और सामर्थ्य के आधार पर लाभ लेने के लिए सुविधानुसार परिवर्तनीय विकल्पों का समृद्ध पोर्टफोलियो भी विकसित करके ऑफर कर रहा है.
· ओपेक्स फंडिंग द्वारा विक्रेताओं और आपूर्तिकर्ताओं के लिए 3-4 महीनों के लिए निश्चित खर्चों और सेवा दावा वित्तीयन का ध्यान रखते हुए मूल्य श्रृंखला में तरलता बनाए रखने की सुविधा.
· खुदरा फ्लीट ग्राहकों के ऋणों की पुनर्संरचना के द्वारा उन्हें मौजूदा ईएमआइ को उनकी मौजूदा आमदनी के स्तर के अनुसार कम करने और अगले 6-9 महीनों में कारोबार के सामान्य हो जाने पर ईएमआइ को बढ़ाने के प्रावधान के साथ लचीली ईएमआइ का लाभ दिया गया. यह व्यवस्था उन ग्राहकों के लिए है जो एमएसएमई की श्रेणी में आते हैं और आरबीआई की चालू योजना के अंतर्गत पात्रता रखते हैं.
· बड़े फ्लीट ऑपरेटरों के लिए कार्यशील पूँजी समाधान ताकि वे अगले कुछ महीनों के लिए अपने दायित्वों को पूरा कर सकें. उनके ऋणभार रहित वाहनों के कोलैटरल या टीएमएफ के पास पहले से उपलब्ध उनके अन्य भौतिक कोलैटरल के एवज में फंडिंग दी जाती है.
· फ्लीट ऑपरेटरों के लिए बिल डिस्काउंट समाधान के द्वारा कोविड-पूर्व औसत 45 दिनों से लेकर आगे 90 दिनों के एक प्रत्याशित स्तर के भुगतान चक्र में बढ़ोतरी का ख्याल रखा गया.
· क्रेडिट समाधान का विकास, जिससे अतिआवश्यक प्लाइंग टाइम लिक्विडिटी और क्रेडिट सपोर्ट के सहारे खुदरा फ्लीट ऑपरेटरों को भारी फ़ायदा होगा. ग्राहक फ्यूल खरीद सकते हैं, अपना फ़ास्टटैग्स रिचार्ज कर सकते हैं, वाहन की मरम्मत, बीमा, परमिट रोड टैक्स आदि जैसे निर्धारित खर्चों का भुगतान कर सकते हैं.
· प्रथम 12 महीनों के लिए कम ईएमआइ के साथ नए वाहन के लिए ऋण. साथ ही एक साथ अपेक्षित कोलैटरल के साथ नया वाहन ऋण और कार्यशील पूँजी ऋण. ग्राहक कारोबार में स्थिर होने के लिए नए वाहन को शुरुआती कुछ महीनों तक आसानी से चला सकते हैं.

नए वित्तीयन समाधानों के विषय में श्री सम्राट गुप्ता, सीईओ, टाटा मोटर्स फाइनेंस ने कहा कि, “देश में कार्यरत बड़ी एनबीएफसी में से एक और प्रतिबद्ध कैप्टिव कॉमर्शियल व्हीकल फाइनेंसर होने के नाते हमारा प्राथमिक ध्यान अपने सभी हितधारकों, और विशेषकर अपने ग्राहकों की आर्थिक कायमाबी सुनिश्चित करने पर केन्द्रित है. कोविड के परिणामस्वरूप हमने उनके साथ व्यापक रूप से बातचीत की है और उनकी फौरी समस्याओं को समझा है. उसके अनुसार हमने समाधानों की एक श्रृंखला तैयार की है जिससे उनके तत्काल जीवन और निकट अवधि में जीविका की ज़रूरतों का समाधान होगा. संकट के बीच इस सहयोग से अपने ग्राहकों के साथ हमारे दीर्घकालिक रिश्तों में और मजबूती आयी है.”

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