नई दिल्ली, 28 जुलाई, 2020- भारत की सबसे बड़ी निजी तेल एवं गैस खोज और उत्पादन (ई एंड पी) कंपनी केयर्न ऑयल एंड गैस, वेदांता लिमिटेड है। कंपनी ने निर्णय-निर्माण को बेहतर बनाने, उत्पादनशीलता बढ़ाने, क्षमता का विस्तार करने, मैनुअल पेपरवर्क कम करने और कर्मचारियों को सुविधाओं के दूर से परिचालन में सक्षम बनाने के लिये हनीवेल फोर्ज एंटरप्राइज परफॉर्मेंस मैनेजमेन्ट सॉफ्टवेयर लगाने की घोषणा की है।
कंपनी ने सुरक्षा, उत्पादनशीलता और क्षमता के लिये डिजिटलाइजेशन की यात्रा शुरू की है और अपने प्रयासों में मदद के लिये हनीवेल के साथ भागीदारी की है। ऑपरेटर राउंड्स के ऑटोमेशन और कंट्रोल रूम लॉगबुक्स के डिजिटाइजेशन पर केन्द्रित हनीवेल के समाधानों ने शिफ्ट्स के बीच हैण्डओवर को 50 प्रतिशत तक तेज किया है। केयर्न ऑयल एंड गैस द्वारा लगाया गया हनीवेल फोर्ज त्वरित और सरल वर्कफ्लो और सिस्टम मैन्टेनेन्स कॉन्फिग्युरेशन के लिये क्लाउड प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध है और अब केयर्न को डिजिटलाइजेशन तेज करने और संसाधनों के इष्टतम उपयोग द्वारा उत्पादन बनाये रखने में सक्षम बना रहा है।
केयर्न ऑयल एंड गैस, वेदांता लिमिटेड के चीफ डिजिटल ऑफिसर आनंद लक्ष्मीवराहन आर. ने कहा, ‘‘हम मानते हैं कि व्यवसाय के लिये इस चुनौतीपूर्ण माहौल में प्रौद्योगिकी अपनाने और उसके अनुप्रयोग से उद्योग में बड़ा बदलाव होगा और भारत की हाइड्रोकार्बन क्षमता को बढ़ाने में मदद मिलेगी। हमारे परिचालन के डिजिटलाइजेशन ने जारी महामारी के दौरान व्यवसाय की निरंतरता और इष्टतम उत्पादन बनाये रखने में हमारी मदद की है। हनीवेल के साथ हमारी भागीदारी से क्षमता बढ़ेगी, उत्पादनशीलता को उछाल मिलेगा और हमारी सुविधाओं में निर्णय-निर्माण की प्रक्रिया और बेहतर होगी। मैनुअल प्रक्रियाओं का डिजिटलाइनेशन विभिन्न क्षेत्रों में परिचालन की जानकारियों के प्रयोग द्वारा वृद्धि करने में केयर्न की मदद कर रहा है।’’
हनीवेल इंडिया के प्रेसिडेन्ट अक्षय बेल्लारे ने कहा, ‘‘कंट्रोल रूम ऑटोमेशन को मजबूत करने और प्रभाव तथा क्षमता बढ़ाने के केयर्न के मिशन में भागीदार बनकर हम प्रसन्न हैं। हनीवेल फोर्ज कार्यवाही योग्य अनुशंसाएं प्रदान करता है, जो व्यवसाय और परिचालन के लिये संभावित आर्थिक प्रभाव को रेखांकित करती हैं। वर्कफ्लो प्रोसेस, खोज और उत्पादन में डिजिटलाइजेशन को अपनाकर हमारे ग्राहकों ने परिचालन में सुधार पाया है। कनेक्टेड टेक्नोलॉजीज और रिमोट वर्क का विकास होने के साथ ऑयल और गैस में प्लांट-वाइड एप्लीकेशंस की वृद्धि भी होगी- जिससे कर्मचारी अपना काम एक अधिक सुरक्षित और क्षमतापूर्ण तरीके से कर सकेंगे।’’
केयर्न ऑयल एंड गैस मुख्यधारा के उद्योग में उन पहली कंपनियों में से है, जिन्होंने अपनी साइटों पर एक व्यापक डिजिटल परिचालन कार्यक्रम का क्रियान्वयन किया है। कंपनी खोज और उत्पादन के अगले स्तर में छलांग लगाने और परिचालन को बदलने के लिये प्रौद्योगिकी का उपयोग कर डिजिटलाइजेशन के प्रयासों को गति दे रही है।