शिक्षाविदों की विचार गोष्ठी लोक सेवा आयोग में

अजमेर। राजस्थान लोक सेवा आयोग की राज्य एवं अधीनस्थ संयुक्त प्रतियोगी परीक्षा में नये पाठ्यक्रम को लागू करने और परीक्षा संचालन से जुड़े विभिन्न महत्वपूर्ण बिन्दुओं पर विचार मंथन हेतु कल 24 जनवरी को प्रात: 11 बजे आयोग के सभागार में राज्य के प्रमुख शिक्षाविदों की गोष्ठी रखी गई है।
राजस्थान लोक सेवा आयोग के उपसचिव श्री लादूलाल जैन ने बताया कि इस विचार गोष्ठी में राजस्थान लोक सेवा आयोग के सभी पूर्व अध्यक्ष, पूर्व सदस्य, वर्तमान में सभी विश्वविद्यालयों के कुलपति, भारतीय प्रशासनिक एवं पुलिस सेवा के वरिष्ठ अधिकारी, प्रमुख शिक्षाविद् और विभिन्न शिक्षा अकादमी के अध्यक्ष शिरकत करेंगे। उन्होंने बताया कि राजस्थान राज्य एवं अधीनस्थ संयुक्त प्रतियोगी परीक्षा नये पाठ्यक्रम के अनुसार अब 3 चरणों में होगी। प्रथम चरण में प्रारम्भिक परीक्षा, द्वितीय चरण में मुख्य परीक्षा के 4 पेपर व तृतीय चरण में साक्षात्कार होगा। पुराने पेटर्न के अनुसार मुख्य परीक्षा में 2 वैकल्पिक विषयों के 4 पेपर व हिन्दी, अंग्रे$जी, पेपर होते थे परन्तु नये पेटर्न के अनुसार अब वैकल्पिक विषय हटा दिये गये हैं एवं मुख्य परीक्षा हेतु 4 अनिवार्य विषय ही रखे गये हैं। प्रथम द्वितीय व तृतीय प्रश्न पत्र ”सामान्य ज्ञान एवं सामान्य अध्ययन रखे गये हैं जिनमें विभिन्न विषयों को सम्मिलित किया गया है चतुर्थ प्रश्न पत्र का नाम भाषागत ज्ञान ( हिन्दी व अंग्रे$जी ) रखा गया है। उल्लेखनीय है कि उक्त पाठ्यक्रम एक उच्च स्तरीय समिति की रिपोर्ट पर तैयार किया गया है, जिसे केबीनेट की मंजूरी प्राप्त हुई है। प्रारम्भिक परीक्षा एवं मुख्य परीक्षा के सभी प्रश्न पत्रों में राजस्थान के सामान्य ज्ञान, भाषा, साहित्य, इतिहास, परम्पराएं, कला एवं संस्कृति इत्यादि का समावेश कर राजस्थान के सामान्य ज्ञान को पूर्व की अपेक्षा अधिक महत्व दिया जा रहा है।

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