दर्द हैरान था

Harkeerat Heerमूल: हरकीरत ‘हीर ‘

(१)

दर्द हैरान था

ये किसने आह भरी है

जो मेरी क़ब्र पर से आज

फिर रेत उड़ी है   ….

(२)

ख़्यालों में

टुटा है कोई धागा

के आज मेरे पैर फिर

दरगाह की ओर बढ़े हैं  …


पता: १८ ईस्ट लेन , सुंदरपुर, हाउस न -५ , गुवाहाटी -५ (असम ),
मोब –9864171300

Devi nangraniसिंधी अनुवाद: देवी नागरानी 

 

(१)

दर्द हैरान हो  

ही कंहि आह भरी  

जो मुहिंजी क़ब्र ताँ अजु  

वरी वारी उड़ामी आहे  ….

(२)

ख़्यालमें

टुटी आहे का तंदु  

जो अजु मुहिंजा पेर वरी  

दरगाह डांहु वधी रह्या आहिन  …

पता:  ९-डी॰  कॉर्नर व्यू सोसाइटी, १५/ ३३ रोड, बांद्रा , मुंबई ४०००५० फ़ोन: 9987938358

error: Content is protected !!