72 वर्षीय नन के बलात्कारियों को माफ करने के मायने

एस.पी.मित्तल
एस.पी.मित्तल

यीशु मसीह को जब क्रॉस पर चढ़ाया गया तब उन्होंने कहा था कि हे प्रभु इन्हें नहीं पता कि क्या कर रहे हैं, इन्हें माफ करना। यानि यीशुु मसीह ने बड़ा दिल दिखाते हुए अपने हत्यारों को भी माफ कर दिया। यीशु मसीह के सिद्धांतो पर चलने वाली 72 वर्षीय नन ने भी उन पांच लोगों को माफ कर दिया है, जिन्होंने उसके साथ सामूहिक बलात्कार किया था। पश्चिम बंगाल के नदिया में हुई सामूहिक बलात्कार की घटना पर इन दिनों बंगाल की सड़कों से लेकर देश की संसद तक में हंगामा हो रहा है। 17 मार्च को पश्चिम बंगाल राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष मारिया फर्नांडिस ने बलात्कार की शिकार नन से मुलाकात की। इस मुलाकात के बाद मारिया ने कहा कि प्रभु यीशु की तरह नन ने भी बड़ा दिल दिखाते हुए बलात्कारियों को माफ कर दिया है। नन की माफी अपनी जगह है, लेकिन बलात्कारियों को पकडऩे का मामला पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री सुश्री ममता बनर्जी के लिए चुनौती बना हुआ है। बलात्कारियों के चेहरे सीसीटीवी फुटेज में आ जाने के बाद भी बंगाल पुलिस आरोपियों को पकडऩे में विफल रही है। राज्य महिला आयोग की भी यह जिम्मेदारी थी कि वे सरकार पर दबाव डालकर आरोपियों को गिरफतार करवाता, लेकिन इसके बजाय आयोग की अध्यक्ष फर्नांडिस ने बलात्कारियों को माफी देने वाला बयान जारी कर दिया। यानि एक तरह से ममता बनर्जी की सरकार को बचाया जा रहा है। बंगाल की सीएम महिला हैं इसलिए यह उम्मीद की जाती है कि महिलाओं की सुरक्षा हो सके। जहां तक 72 वर्षीय नन के साथ सामूहिक बलात्कार का सवाल है तो यह बहुत ही घिनौनी हरकत है। भले ही नन ने बलात्कारियों को माफ कर दिया हो, लेकिन ममता बनर्जी को ऐसे अपराधियों को किसी भी स्थिति में माफ करने की जरूरत नहीं है। समझ में नहीं आता कि 72 वर्षीय बुजुर्ग महिला पर बुरी नीयत किस प्रकार से डाली गई। सभ्य समाज को भी इन बुराईयों को रोकने के लिए आत्म विश्लेषण करना चाहिए।
(एस.पी. मित्तल)(spmittal.blogspot.in) M-09829071511

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