आयुष चिकित्सा पद्धति से इलाज में सिद्धहस्त डॉ.अनीस

अजमेर जिले की पीसांगन पंचायत समिति के ग्राम सराधना के प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में नियुक्त आयुष यूनानी चिकित्सक डॉ.अनीस अहमद पारम्परिक यूनानी चिकित्सा पद्घति से व्यक्तियों की विभिन्न बीमारियों की निशुल्क जांच कर उसका इलाज करने के लिये चर्चा में है। उनकी रोगियों के प्रति सेवा, समर्पण, लगन रोग की समझ और उसके निदान के अनुभवी हुनर और दवाईयों के चयन आदि खूबियों से डॉ. अनीस अहमद के पास जिले से ही नहीं बाहर से भी रोगी ईलाज कराने के लिए आने लगे है।
मुख्यमंत्री निशुल्क दवा योजना के बेहतर क्रियान्वयन और अनुभवी आयुष यूनानी चिकित्सक की नियुक्ति से इस क्षेत्र के व आसपास जिले व बाहर के रोगी भी इस प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र पर आने लगे हैं। सरकार ने राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन योजना में आयुष चिकित्सा पद्घति को लेने से मरीजों को आयुष औषधियां निशुल्क मिल रही हंै और ग्रामीण क्षेत्रों में प्राचीन चिकित्सा प्रणालियों को भी बढ़ावा मिला है। इनमें आयुर्वेद, यूनानी, सिद्घा और होम्योपैथी चिकित्सा पद्घतियों को लिया गया है। डॉ. अनीस अहमद से सम्पर्क में आकर अभी तक पित्ताशय की पथरी की मरीज 27 वर्षीय नूरजहां, हृदयघात से पीडि़त बांद्रा मुम्बई निवासी इम्यत्याज अहमद अंसारी, नागोर की मूली देवी जान लेवा रोग के गम्भीर मामले हैं, जिनमें डॉ. अहमद ने आयुष उपचार करने में महत्वपूर्ण सफलता अर्जित की है। अजमेर के रेल्वे प्रबन्धन कार्यालय में नियुक्त नरेन्द्र बरोटिया की पत्नी श्रीमती सरोज बरोटिया की मधुमेह, थायरॉयड वृद्घि से राहत मिली है।
डॉ.अहमद ने बताया कि आयुष चिकित्सा पद्घति में असाध्य रोगों में बी.पी. जीर्ण प्रतिव्याय(दुर्बलता) श्वास, लीवर, जोड़ो का दर्द, पथरी, पेट, स्त्री व बच्चों के रोगों को जड़ से दूर करने की नैसर्गिक शक्ति है। उनकी कर्मठता, कटिबद्घता मरीज के साथ सरल व सहज व्यवहार और प्रभावी चिकित्सा से उनके नाम की सुगंध आयुष चिकित्सा के क्षेत्र में अब देश में फैलने लगी है और लोग दूर दूर से सराधना आने लगे हैं।
-मुकुल मिश्रा
ए.पी.आर.ओ.
सूचना केन्द्र अजमेर

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