शेरगिल के जन्म दिन पर उनकी पेन्टिंग ‘आईकान’ पर लगाकर गूगल ने भारत का मान बढाया

शमेन्द्र जडवाल
शमेन्द्र जडवाल
‘गूगल’ ने अपने आईकाँन पर देश की सुप्रसिद्ध चित्रकार अ़मृता शेरगिल द्वारा रचित चित्र ”तीन लड़कियाँ” को तवज्जो देकर भारत का मान बढाया है। शेरगिल लगभग 40 के दशक की एक ऐसी चित्रकार रही हैं जिन्होंनै अपने तैल चित्रों मे भारतीय ठेठ सादगी भरे जीवन को उतारा है।उनके चित्रो के इंर्दगिर्द परम्परागत जीवन को एक विषेश शैली में उकेरा ।उनके बनाए चित्र देखकर कोई भी प्रभावित हुए बिना नही रह सकता।चूकि मै भी चित्रकला का विद्यार्थी रहा हूँ और इनके चित्रों और जीवनी को पढने समझने का अवसर मिला है अत: अति प्रभावित रहा हूँ। शेरगिल रचित् कई चित्र आज भी दिल्ली स्थित “नेशनल गैलरी आँफ माँडर्न आर्ट “मे प्रदर्शित है।और आज भी देखने पर.जीवन्त लगते हैं।
शेरगिल के चित्रों मे, वधु का देशी श्रंगार 1937, 1935में ग्रामीण महिलाएं 1938 मै दो हाथी 1940 में बनाए उपरोक्त कई चित्रों की रचना सै वे देश ही नही दुनिया की नजरों मे आई । उनके चित्रों को मिली सराहना से उन्हें कला के क्षेत्र मे डटकर काम करने का अवसर मिला। उनके पिता का नाम सरदार उमराव सिंह शेरगिल मजिठिया था । बाद मेंइनका 1941 मे निधन हो गया।अमृता शेरगिल का जन्म 30 जनवरी 1930 को हुआ। मूल स्थान लाहोर रहा जो अब- पाकिस्तान मे है। आज अमृता जी का जन्म दिवस है।
एक बार ‘गूगल’ के कर्ताधर्ताओं को पुन: बधाई व धन्यवाद देना अपना कर्तव्य समझता हूँ।

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