रवीश जी आप का भारत माता पर आप का कार्यक्रम देखा बहुत अच्छा लगा लेकिन मैं तो यह सोंच कर बहुत दुखी भी हूँ की आप ने भारत माता का स्वरुप तो दिखा दिया लेकिन उनका निवास स्थान नहीं बता सके ?
भारत माता कैसी है और कहाँ रहती है ? क्या भारत माता इन लफंगों के यहाँ रहती है या चोरबाजारी करने वालों के यहाँ ? या इन अधनांगो के यहाँ रहती है ! या देश के उन 85 प्रतिशत दबे कुचलों पिछड़ों और सुविधा से वंचित लोगो के दिलो में रहती है ? रवीश जी आपने केवल भारत माता के स्वरुप और बनती बिगड़ती तस्वीरों के इतिहास का ही जिक्र किया है ! भारत माता रहती कहाँ है यह नहीं बताया अच्छा होता की यह बताते की भारत माता हिंदुत्व की ठेकेदारी करने वाले छद्म क्वांरे लोगो की पवित्र कर्म भूमि नागपुर में रहती हैं या रालेगण सिद्दी में रहती है? अम्बानी के 12 करोड़ के महल में रहती हैं या अडानी, या सुब्रत राय के अम्पायर में रहती है या अपने सपूतों , भगत सिंह, सुखदेव और राज गुरु को गोद में लेकर आज भी पंजाब में सतलुज के किनारे बैठ कर रो रही हैं ? या लुटियंस की दिल्ली के बड़े गुम्बद के नीचे बैठ कर अपने 125 करोड़ सपूतों द्वारा चुन कर भेजे गए 543 सूरमाओं का नाटक देख कर दहाड़ मार कर रो रही हैं ? या 7 आर सी आर में संगीनों के साये आराम करती रहती है क्योंकि भारत का सबसे सुरक्षित स्थान वाही है ? या 400 कमरो में रहने वाले बाबू मोशाय की बेबसी पर अचंभित है ? या फिर लाखों करोडो उन कर्मचारियों के कार्य कलाप से दुखी है जो सरकारी नौकरी में रह कर रिश्वत लेते है या फिर उन फौजियों के दिल में निवास करती है जो सीमा पर बैठ कर रातदिन उसके शारीर की रक्षा करते हुए अपने प्राण न्योछावर कर देते है ? हम तो नहीं खोज पाये की आखिर भारत माता रहती कहाँ है स्वरुप तो हम देख चुके है जिसके सर से लहू भी सफ़ेद बर्फ के रूप में बहता ही रहता है क्योंकि दुश्मन ने उसके सर में घाव कर रखा है ? और हम बेबस है ? तो भी भारत माता की जय, और जय बोलने में घिसता ही क्या है ?
एस. पि. सिंह, मेरठ ।