गैरों पे करम अपनों पे सितम , ऐ केजरीवाल ये ज़ुल्म न कर

राजेन्द्र सिंह हीरा
राजेन्द्र सिंह हीरा
अरविन्द केजरीवाल ने एक वीडियो ज़ारी कर पाकिस्तान में भारतीय सेना की सर्जिकल स्ट्राइक की तारीफ की है।उन्होंने मोदी जी को भी बधाई दी।
यहाँ तक तो सब ठीक था लेकिन इसके बाद वे तुरन्त आदत के मुताबिक पलटे और गिरगिट की तरह रंग बदलते हुए पाकिस्तान के पाले में जा खड़े हुए। अरविन्द पाकिस्तान के इस बयान का समर्थन करते नज़र आए कि भारत ने पाकिस्तान में LOC के अन्दर कोई सर्जिकल स्ट्राइक की ही नहीं है और अगर की है तो सबूत पेश करे। अरविन्द बोले कि मैं इस बात से दुखी हूँ कि पाकिस्तान प्रोपेगैंडा करके भारत को बदनाम कर रहा है। भारत को पाक को इस सर्जिकल स्ट्राइक का सबूत दे देना चाहिये।पाकिस्तान ने यह साबित करने के लिए कि भारत ने कोई भी सर्जिकल स्ट्राइक नहीं की है २० मीडिया आर्गेनाईजेशन के पत्रकारों को जिनमें कुछ अंतर्राष्ट्रीय पत्रकार भी थे एक बस में भरकर LOC पर दो रिहायशी इलाकों की सैर करा दी। गौरतलब है भारत ने हमला आतंकी कैम्प्स पर किया था , रिहायशी इलाकों पर नहीं। सोचने वाली बात यह है की केजरीवाल जी का भरोसा पाकिस्तान पर तो है , भारतीय सेना व सरकार पर नहीं।मैं अरविन्द जी से कहना चाहूँगा कि जब सेना सर्जिकल स्ट्राइक कर रही थी तब उनके पराक्रम को शूट करने के लिए उनके साथ करण ज़ोहर या महेश भट्ट नहीं थे जो कि रिकॉर्डिंग करते। ओसामा बिन लादेन को मारने के बाद क्या अमेरिका ने उसकी वीडियो जारी की थी ? समझ नहीं आ रहा ऐसे अपरिपक्व दिमाग के साथ अरविन्द जी दिल्ली का राजकाज कैसे चलाते होंगे ? पाकिस्तान की तो ख़ुशी का ठिकाना ही न रहा होगा क्योंकि कुछ पत्रकारों और टीवी चैनल्स के साथ साथ एक मुख्यमंत्री भी अब उनके पक्ष में आ गया है।
भारत को अब LOC के पार के साथ साथ देश में भी आतंरिक सर्जिकल स्ट्राइक की ज़रुरत है।

राजेंद्र सिंह हीरा , अजमेर।

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