कौन जिम्मेदार होगा होण्ड़ा मजदूरों के भविष्य का

16 दिनों से लगातार चल रही भूख हड़ताल, अभी तक कम्पनी, राज्य सरकार या केन्द्र सरकार से ना कोई अधिकारी इनकी सुध लेने नही पहुॅचा भूख हड़ताल पर बैठे श्रमिकों की हालत चिन्ताजनक हो गई।
naresh-004-jpegजयपुर, 4 अक्टुबर 2016। जापानी कम्पनी होण्ड़ा मोटर साइकिल एण्ड स्कूटर इण्डिया प्रा. लि. टपूकड़ा, अलवर राजस्थान से निकाले गये मजदूरों ने 19 सितम्बर 2016 से दिल्ली के जन्तर-मन्तर में आमरण अनशन कर भूख हड़ताल पर बैठे है पिछले सात महिनों से होण्ड़ा के ये मजदूर अपनी नौकरीयॉ वापस पाने के लिये एवं अपने साथियों को झुठे मुकद्मों से बचाने की गुहार हर स्तर पर कर-कर के भी जब कोई निर्णय नही निकला तो अब भूख हड़ताल कर आमरण अनशन पर बैठे है दुसरी और कम्पनी, राज्य सरकार और केन्द्र सरकार का कोई अधिकारी या नेता इनके लिये कुछ करने की बात तो दुर इनसे पिछले 16 दिनों में बात करने के लिये भी नही आये है।
भूख हड़ताल पर बैठे पांचो श्रमिक नरेश कुमार, रवि, विपिन कुमार, सुनील एवं अविनाश के स्वास्थय में इन 16 दिनों में भारी गिरावट आई है लेकिन दुर्भाग्य की बात है कि अब भी कम्पनी या सरकार की और से वार्ता के लिये कोई पहल नही हुई। पिछले सात महिनों से कम्पनी प्रबन्धन और राज्य सरकार का मजदूरों के प्रति जो नकारात्मक रुख था वह अब भी उसी तरह कायम है। अब भी कम्पनी प्रशासन मजदूरों से बात करने को तैयार नही है। यह आन्दोलन अब इतना तेज हो रहा है क्योकि अब धीरे-धीरे आम जनता का भी मजदूरों को बहुत समर्थन मिल रहा है।
5 अक्टूबर को पूरे भारतवर्ष में एक साथ होण्ड़ा टु-व्हीलर प्रोडक्टों खास तौर पर एक्टिवा और शाइन का बहिष्कार किया जायेगा। कल तमिलनाडु में भी किया जायेगा होण्ड़ा प्रोडक्टों का बहिष्कार। निकाले गये मजदूरों का कहना है की दक्ष और अनुभवी मजदूरों को बहार निकाल कम्पनी अप्रशिक्षित मजदूरों से उत्पादन करवा रही है और बाजार में बेच रही है जो जनता के साथ धोखा है।
2-एफ यूनियन के अध्यक्ष नरेश मेहता ने बताया कि कल शाम 4 बजे ट्रेड यूनियन कौंसिल गुड़गांव की तरफ से कमला नेहरु पार्क, गुड़गांव में एक विशाल मीटिंग की गई जिसमें ट्रेड यूनियन कौंसिल के सदस्यों ने सर्वसम्मती से तय किया की जल्दी ही केन्द्रीय श्रम मंत्री से एक प्रतिनिधी मंड़ल मिलकर उन्हें इस सम्बन्ध में ज्ञापन सौपेंगा।
इन मजदूरों की सिर्फ दो ही मुख्य मांगे हैं:-
ऽ कम्पनी से निकाले गये सभी मजदूरों को होण्डा कम्पनी बिना किसी शर्त के वापस नौकरी पर लें।
ऽ मजदूरों पर लगाये गयें झूठे मुकदमें वापस ले ताकि वो जेल से रिहा हो सके।
इन सभी मजदूरों ने निश्चित रुप से अपनी बुनियादी श्रम संबन्धी मांगो को लेकर संघर्ष कर रहें है। 2-एफ कामगार समुह के मजदूरों के हौसले बहुत बुलंद है।
संदीप शर्मा

2 thoughts on “कौन जिम्मेदार होगा होण्ड़ा मजदूरों के भविष्य का”

  1. In case of accident of honda workers who were in hunger strike in jantar mantar new delhi all are responsible honda management and rajasthan sarakar and modi sarakar

  2. जंतर मंतर पे बैठे हुए 5 भूख हड़ताली साथियो की अगर कुछ होता हे तो उसके लिए जिमेबार सिर्फ और सिर्फ हौंडा प्रबंधक,राजस्थान सर्कार और मोदी सरकार ।

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