तुगलकी फरमानों से होगी नोटबंदी की हार

आर बी आई अधिकारियो की घबराहट का सबूत है 5000 से ज्यादा का नियम

विनीत जैन
विनीत जैन
कल आर बी आई ने एक नया नियम जारी कर कहा है कि अब 5000 से ज्यादा एक बार ही जमा किये जा सकते है वो भी दो बैंक अधिकारियो की संतुष्टि के बाद की क्यों आपने अभी तक पैसे जमा नहीं किये, ये क्या फरमान हुआ इस फरमान ने तो तुगलक को भी पीछे छोड़ दिया है , मोदीजी ने कहा था कि आपका पैसा आपका अपना है आप का ही रहेगा परंतु इतने दिनों की भारी भीड़ से बचने की सोचते हुए जिसने पैसा जमा नहीं करवाया और एक बार भी बैंक नहीं गया कि टाइम है आराम से जमा करवा देंगे उन ईमानदार लोगो पर बम फोड़ कर क्या हासिल होगा समझ से बहार है , बैंक अधिकारियो पर पहले तो कोई शिकंजा कसा नहीं और धमाधम पुराना पैसा नए में तब्दील हो गया अब जो जायज पैसा है वो भी जमा नहीं हो रहा , में मेरा जायज पैसा जमा कराने गया तो बैंक मैनेजर ने साफ़ मना कर दिया की में तो किसी से संतुष्ट नहीं होऊंगा बाद में कोन आर बी आई और इ डी के चक्कर काटेगा , बात भी जायज है बैंक अधिकारी इस उलझन में पड़ना नहीं चाहेंगे और जनता का जायज पैसा भी जमा नहीं हो पायेगा , अगर सरकार सोच रही है कि इससे काला धन पकड़ा जायेगा तो सरासर गलत है,
अगर इस तरह का कोई फरमान जारी करना था तो पहले ही करना था ताकि सबको खबर रहती ,
काला धन वालो का तो सब गुलाबी हो गया और जिसका जायज है वो अपने पैसे को मिटटी होता देखने के लिए विवश है , रातो रात ऐसी क्या आफत आ गयी की 5000 से ऊपर की जमा को बैन कर दिया गया
मुझे पूरा शक है कि जितना पैसा टोटल करेंसी का जामा होना था वो हो चूका है और अब जो जमा होगा वो एक्स्ट्रा अमाउंट है यानि 14.5 लाख करोड़ पूरा आ चुका है आर बी आई के अधिकारियो के मन में अब ये डर पूरी तरह बैठ चूका है कि जितना पैसा 14.5लाख करोड़ से ऊपर जमा होगा उतना ही उनका घोटाला खुलेगा क्योंकि कांग्रेस अकेली घोटाला नहीं कर सकती जब तक आर बी आई के अधिकारियो की मिलीभगत न हो , यानि अब आर बी आई और नेताओं को बचाने के लिए बेचारी जनता को मरवाया जा रहा है ,
इसका परिणाम बहुत जल्द पांच राज्यो के चुनाव में देखने को मिलेगा और जो जनता नोटबंदी से खुश थी वही जनता अब इसके खिलाफ भी हो जाये तो कोई बड़ी बात नहीं है ,
मोदीजी की सोच बहुत अच्छी थी मगर सिस्टम नहीं चाहता की मोदीजी कामयाब हो इसीलिए कोई मण्डली है जो मोदीजी को गुमराह कर रही है और अपना उल्लू सीधा कर रही है, मुझे अब इस बात पर भी शक है की शायद उतनी राहत जनता को न मिले जिसकी उम्मीद थी और आगे के हालात बहुत विकट हो जाये
विनीत जैन
अजमेर
8107474391
20/12/2016

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