टीम निर्माण – कुछ छंद

डा. एम. एस. फोगाट
डा. एम. एस. फोगाट
खुद उठना है सरल बहुत तुम, मेहनत करके उठ जाओगे
मजा उसी में है गर, जो तुम , सबको लेकर बढ़ जाओ

अपना भोजन सब करते हैं, इसमें है क्या बात बड़ी
मिल कर बैठो बांटो खाओ , ये होगी सौगात लड़ी

आप उठे हैं तो ओरों को भी उठाओ
आप बढे हैं तो , ओरों को भी बढ़ाओ
आप चढ़े हैं तो , ओरों को भी चढ़ाओ
आप कढ़े हैं तो, ओरों को भी कढ़ाओ
पितृ, ऋषि और देव ऋण, कुछ तो चुकाओ

लेना तो हम सीखें हैं, तुम देना भी सीखो प्यारे
खुद लेकर के दान करे ना , गीता कहे चोर सारे

अपनी टोली का ध्यान करो, निर्बल का आह्वान करो
ज्ञान, ध्यान और मान बाँट कर, तन मन धन बलिदान करो
एक जुट तुम देश की खातिर, त्याग तपस्या दान करो
मान मिले ज्यों देश धर्म को, वो परिस्थिति निर्माण करो

डॉ मोहिंदर सिंह फोगाट

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