माननीय प्रधानमंत्री जी, देश के मिडिल क्लास वर्ग के लिए भी कुछ करो आप

*शुभ प्रभात मित्रों,जय श्री कृष्णा।आपका आज का दिन मंगलमय हो।*
माननीय प्रधानमंत्री जी वैश्विक महामारी के चलते हमारा देश संकट की घड़ी से गुजर रहा है।आप द्वारा देशहित में उचित निर्णय लिए जा रहे हैं जिनका 95 प्रतिशत लोग समर्थन भी कर रहे हैं।अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आपके द्वारा लिए गए निर्णयों की सराहना भी हो रही है।देश के निम्नवर्गीय लोगों की समस्याओं पर आपका,प्रदेश की सरकारों का व कई समाजसेवी संगठनों का ध्यान गया और उन्हें राहत भी मिल रही है।हमारा समाज मुख्यतः तीन वर्गों में विभाजित है।पहला वर्ग अमीर वर्ग है।इनके पास पैसों की कोई कमी नहीं है, साधनों की कोई कमी नहीं है।पैसों के बल पर ये सब कुछ करने में सक्षम हैं।और फिर भी यदि इनकी कोई समस्या आपके समक्ष आती है तो चूंकि आप देश के प्रधानमंत्री जी हैं आपको इनकी समस्या भी सुननी चाहिए उस पर उचित निर्णय करना चाहिए।लेकिन यहां मैं आपका ध्यान मध्यम वर्गीय परिवार की और आकर्षित करवाना चाहता हूं।यूं तो सरकार के द्वारा ऐसा कोई अधिकृत आंकड़ा जारी नहीं कर रखा है कि किस वर्ग का प्रतिशत कितना है।लेकिन मोटे तौर पर इसका आंकड़ा अपने क्षेत्र की जनसंख्या व इर्दगिर्द तलाशने पर जो हम पाते हैं वो आंकड़ा लगभग 50 प्रतिशत होता है।और आपके पास यदि इससे कम का आंकड़ा अपडेटेड है तो वो सही होगा।क्योंकि यहां बात परसेंटेज की नहीं है यहां बात इस वर्ग की समस्या की है। *ये वो वर्ग है जो देश की राजनीतिक दिशा तय करता है।*
*ये वो वर्ग है जो किसी सरकारी योजना से लाभ प्राप्त करने की उम्मीद नहीं करता*
*ये वो वर्ग है जिसके साथ खड़ा होता है।उसके साथ ईमानदारी व निष्ठा से खड़ा होता है तथा अपना तन,मन,धन उस पर न्यौछावर कर देता है*
*ये वो वर्ग है जो देश की आर्थिक नीति को मजबूत करता है।* *सबसे ज्यादा टेक्स व सरकार द्वारा लगाए गए कर इन्हीं के द्वारा दिया जाता है*
*ये वो वर्ग है जो अमीरों की तुलना करने में,अपने जीवन को स्वाभिमान के साथ जीने में पूरा जीवन न्यौछावर करने के बावजूद भी अपना भविष्य सिक्योर नहीं कर पाता*
*ये वो वर्ग है जो दोनों बार आपको प्रधानमंत्री बनाने के लिए सबकुछ न्यौछावर करने के लिए तैयार था।जब देश की सारी साम्प्रदायिक ताकतें आपके खिलाफ थी तब इस वर्ग ने आपके मान सम्मान को बनाए रखा* और उसके एवज में आपसे कोई उम्मीद नहीं रखता ये वर्ग।
*अमीरों को इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता कि किसकी सरकार आएगी,कौन प्रधानमंत्री बनेगा* एकाध प्रतिशत निजी स्वार्थ रखने वालों के अलावा ये लोग कभी राजनीति में कभी भाग तक नहीं लेते।गरीब वर्ग को पता है कोई सी भी सरकार आए हमें तो मुफ्त की शिक्षा, चिकित्सा,आवास,भोजन सब मिलना ही है।इनकी निष्ठाएं किसी के साथ हो ही नहीं सकती।लेकिन बात वहीं घूमकर आती है मध्यमवर्गीय परिवार पर।
*आज इन हालातों में सबसे ज्यादा परेशान यदि कोई है तो वो मध्यम वर्ग है*
*इस वर्ग को आपसे किसी सरकारी सहायता की जरूरत नहीं है प्रधानमंत्री जी* *क्योंकि ये स्वाभिमान से जीने वाले लोग हैं* इनके स्वाभिमान की रक्षा करने का भी आपका दायित्व है।
*ना तो मैं अर्थशास्त्री हूं,ना मैं किसी राजनीतिक दल का सदस्य हूं।ना ही मैं प्रोफेशनल पत्रकार हूं।मैं सिर्फ इस देश का नागरिक हूं।* व्यक्तिगत तौर पर आपका फॉलोवर हूं और इसी मध्यमवर्गीय परिवार से ताल्लुक रखता हूं इसलिए ये अपडेट्स मेरे पास आम जनता से आए हैं इनको सही होने का विश्वास करते हुए एक छोटा सा सझाव इनको राहत पहुंचाने का दे रहा हूं।आपको ठीक लगे तो जरूर अमल कीजियेगा।
*आप सभी बैंकों को ये निर्देश दे सकते हैं कि सभी वो लोग जो किसी सरकारी योजना का फायदा नहीं ले रहे हैं उन्हें बिना किसी फॉर्मेलिटी के,बिना किसी गारंटर के एक या दो लाख रुपये का पर्सनल लोन दें।*
बस फिलहाल मेरा यही सझाव है।आपको उचित लगे तो इसकी पालना जरूर करावें।

आपका देशवासी-डॉ.मनोज आहूजा एडवोकेट एवं पत्रकार
9413300227….

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