मेरी अभिलाषा

बी एल सामरा “नीलम “
हर दिल में नई उमंगे जागे ,
मिलजुल कर , हम खुशियां बांटे ।
अशांति के सब बादल छंट जाएं ,
घर-घर खुशी के दीप जले ।।
हम आगे बढ़ते रहें जीवन में ,
स्नेह शांति के सुमन खिले ।
कामयाबी की छू ले बुलंदी ,
खुशियां हमें अपार मिले ।
भारतवासी सब रहे चैन से ,
योगक्षेम का पैगाम मिले ।।
हर घर में उजियाला हो ,
हर घर में खुशहाली हो ।
भारत वर्ष के गुलशन में
रंगों भरी फुलवारी हो ।
विश्व चमन के हर पत्ते पर –
सदाबहार हरियाली हो ,
सब दुनिया में गुंज उठे ,
हिन्द की अमर कहानी हो ।
विश्व गुरु के सिंहासन पर –
हम फिर से काबिज ,
हिन्दुस्तानी हों ।।

‘ *जय हिंद जय हिन्दी*
जय जय हिन्दुस्तान ‘

*बीएल सामरा ‘नीलम’*
पूर्व शाखा प्रबंधक
भारतीय जीवन बीमा निगम मंडल कार्यालय अजमेर

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